दिल्ली यूनिवर्सिटी 10 से 31 अगस्त तक अंतिम वर्ष की अंडरग्रेजुएट ऑनलाइन ओपन बुक एग्जाम ओबीई आयोजित करेगी। इसकी जानकारी दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट को दी है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। कोरोना वायरस महामारी के बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर आज तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने हाई कोर्ट में बताया कि अंडरग्रेजुएट कोर्स के फाइनल ईयर के ऑनलाइन ओपन बुक एग्जाम (ओबीई) 10 अगस्त से शुरू किए जाएंगे और 31 अगस्त तक खत्म होंगे। जस्टिस हेमा कोहली और सुब्रमणियम प्रसाद की एक बेंच को इस बात की जानकारी दी गई है कि ऑनलाइन परीक्षा से छूटे हुए स्टूडेंट को सितंबर में होने वाले ऑफलाइन एग्जाम में बैठने का मौका दिया जाएगा। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शुरू में सूचित किया कि वह ओबीई 17 अगस्त से 8 सितंबर के बीच आयोजित करेगी। हालांकि कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी को परीक्षा की तारीखों पर पुनर्विचार करके इसे पहले करने के लिए कहा, क्योंकि अंतिम वर्ष के छात्रों को परीक्षा में पास होकर भारत या विदेश में अन्य पाठ्यक्रमों में भी शामिल होना होता है। मॉक टेस्ट की तारीखों में भी किया गया फेरबदल
डीयू और डीन ऑफ एग्जामिनेशन प्रोफेसर विनय गुप्ता के वकील इसके लिए सहमत हो गए और चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि ऑनलाइन ओबीई 10 अगस्त से शुरू होंगे और 31 अगस्त को समाप्त होंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि मॉक टेस्ट का पहला चरण 31 जुलाई के बजाय 27 जुलाई से शुरू होगा और दूसरे चरण का मॉक टेस्ट 4 अगस्त के बजाय 1 अगस्त से शुरू होगा। जहां पहले मॉक टेस्ट का उद्देश्य केवल छात्रों को प्रक्रिया और तकनीकी पहलू से परिचित कराना है, वहीं दूसरा मॉक टेस्ट रियल टाइम टेस्ट होगा।हालांकि ऑफलाइन एग्जाम की तारीख और परिणामों की घोषणा के पहलू पर, डीयू के वकील ने कुछ समय मांगा।95 प्रतिशत ने ऑनलाइन परीक्षा के लिए फॉर्म भरेडीयू की ओर से वरिष्ठ वकील सचिन दत्ता और वकील मोहिंदर रूपल ने अदालत को बताया कि अंतिम वर्ष के 2.7 लाख छात्र हैं और 95 प्रतिशत ने ऑनलाइन परीक्षा के लिए फॉर्म भरे हैं। दत्ता ने कहा कि अभी तीन अतिरिक्त उपाय हैं - छात्रों को ऑनलाइन ओबीई परीक्षा के लिए फॉर्म भरने के लिए 25 जुलाई तक का समय दिया गया है। छात्रों का विवरण पोर्टल पर डाल दिया गया है और कॉलेज इसे सत्यापित कर सकते हैं। छात्र अपना चेक भी कर सकते हैं यदि कोई परिवर्तन है तो संबंधित कॉलेज को सूचित करें और सूचित करें। इससे पहले कोर्ट ने अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को बार-बार स्थगित करने के लिए विश्वविद्यालय की खिंचाई की थी।

Posted By: Shweta Mishra