विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट में शनिवार को ग्रुप-डी के मुक़ाबले में इंग्लैंड और इटली आमने-सामने आए. इससे पहले इसी ग्रुप में शामिल कोस्टारिका ने उरुग्वे को 3-1 से हराकर बड़ा उलटफेर किया था.


2006 की चैंपियन इटली ने इंग्लैंड को 2-1 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की. 1966 में एक बार विश्व कप अपने नाम कर चुकी इंग्लैंड और चार बार की चैंपियन इटली ने खेल की शुरुआत संभलकर की.इटली की टीम कप्तान पिरलो, वेरेटी, डारमियान और रोसी के सहारे मूव बनाने की कोशिश कर रही थी, तो दूसरी तरफ़ इंग्लैंड की रक्षा पंक्ति पूरी मुस्तैदी से इन पर नज़र रख रही थी. इटली के बालोटेली भी इसी बीच दूर से शॉट जमाकर इंग्लैंड के गोलकीपर जॉए हार्ट की परीक्षा ले रहे थे.दर्शकों को इन दोनों टीमों से ज़बर्दस्त खेल की उम्मीद थी, लेकिन खेल बड़ी सोची-समझी रणनीति के तहत रक्षात्मक खेला जा रहा था. आखिरकार 35वें मिनट में इटली को कॉर्नर मिला, जिसे इटली के केंडरेवा ने चतुराई से पेनल्टी एरिया के बाहर खड़े पेलेटा की तरफ़ सरका दिया और पेलेटा ने इसे मार्हिसियों के लिए छोड़ दिया.
मार्हिसियों ने बॉल को संभाला और एक ज़ोरदार किक से शानदार गोल कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. अभी इटली के समर्थकों को पूरी तरह से झूमने का मौक़ा भी नहीं मिला था कि दो मिनट बाद ही एक काउंटर अटैक पर बाएं छोर से इंग्लैंड के स्टर्लिंग ने बॉल को संभाला और तेज़ी से आगे बढ़ते हुए एक शानदार पास रूनी की तरफ बढ़ाया.अब तक खेल रफ्तार पकड़ चुका था. इंग्लैंड के जेरार्ड, जॉनसन और रूनी अपनी तरफ़ से गोल करने की पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन इटली की रक्षा पंक्ति पूरी तरह मुस्तैद थी. इंग्लैंड को 88वें मिनट में कॉर्नर भी मिला, लेकिन उसके रक्षकों ने इसका फ़ायदा इंग्लैंड को नहीं उठाने दिया.इंग्लैंड के स्टर्लिंग को खेल के अतिरिक्त समय में यैलो कार्ड भी मिला. इसके बाद मिली फ़्री किक पर कप्तान पिरलो ने शानदार किक लगाई, जो गोल बार से टकराते हुए गोल बॉक्स के ऊपर से निकल गई, लेकिन इससे मैच के नतीजे पर कोई असर नहीं पड़ा और इटली ने 2-1 से मैच को अपने नाम करते हुए पूरे तीन अंक अर्जित किए. अब ग्रुप डी में बेहतर गोल अंतर के आधार पर कोस्टारिका पहले और इटली दूसरे स्थान पर है.

Posted By: Subhesh Sharma