जीहां कुछ ऐसे फैक्‍टस से करा रहे हें आपको रूबरू जो दिल्‍ली के इस चुनाव के बाद पहली बार सामने आए हैं.

दिल्ली क्या कोई भी जनरल इलेक्शन हों उनमें कुछ ना कुछ ऐसा जरूर हो जाता है जो पहले कभी नहीं घटा होता. जैसे इस बार के लोक सभा चुनाव में जैसा बहुमत बीजेपी को मिला वो पहले कभी नहीं मिला था. इसी तरह दिल्ली सेंबली इलेक्शन 2015 के रिजल्ट आने के बाद कुछ ऐसी बातें सामने आयी हैं जो पहले कभी नहीं हुई. जानिए ये खास बातें.

1: दिल्ली में पहली बार आम आदमी पार्टी को ऐसी मेजोरिटी मिली है इससे पहले किसी भी नयी पार्टी को जनता ने ऐसा मेंडेट नहीं दिया.

2; भले ही लोग मजाक में कहें कि दिल्ली के लिए भजपा का कांग्रेस मुक्त विधान सभा का सपना तो पूरा हो ही गया. लेकिन ये सच है इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ की दिल्ली असेंबली में पांच साल के लिए कांग्रेस का एक भी एमएलए ना हो.

3: वैसे ये असेंबली एक बात में और अनोखी है . मुख्य विपक्षी दल बीजेपी को इतना भी संख्या नहीं मिली कि वो मुख्य विपक्षी दल होने का दावा कर सके तो इस असेंबली में कोई अपोजीशन नहीं है जिसे किसी नीतिगत निर्णय से पहले राजी किया जाना पड़े औश्र ये पहली बार हो रहा है.

4: विजेता पार्टी आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने शराफत दिखाते हुए बीजेपी को ये आश्वासन जरूर उिया है कि वो उसे नेता विपक्ष घोषित करने का मौका देगें लेकिन बीजेपी को इसका कोई अधिकार नहीं है और ये भी पहली बार है कि किसी असेबली नेता विपक्ष कोई नहीं है.

5: ये भी पहली बार होगा की आप का पेश किया हर बिल विधान सभा में बिना अपोज किए पास हो जाएगा. क्याेंकि उसे पहले ही बहुमत मिल चुका होगा.

6: आप भले ही हंसे लेकिन केजरीवाल को धरने पर बैठने का मौका शायद ना मिले क्योंकि वो प्रचंड बहुमत से जीत कर आए मुख्यमंत्री होंगे.

 

 

 

 

Posted By: Molly Seth