ग्रैंड ज्यूरी के डिसीजन से फर्ग्युसन में भड़के दंगे
फर्ग्युसन एरिया जो अमेरिका का पार्ट है उसमें राइट्स स्टार्ट हो गए हैं. इस वायलेंस के चलते कई गाड़ियों को आग लगा दी गयी है, और कई शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में तोड़फोड़ भी की गई है. ये भी पता चला है कई घरों में भी आग लगा दी गई है. असल में यहां एक ब्लैक यंग ब्वॉय की पुलिस की गोली से हुई डेथ के केस में एक ग्रैंड ज्यूरी ने व्हाईट पुलिस ऑफीसर के अगेंस्ट केस फाइल नहीं करने का डिसीजन लिया है. पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ग्रैंड ज्यूरी ने सभी एविडेंसेंस को चेक किया है और करीब 60 विटनेसेज के स्टेटमेंट भी लिए फिर कई दिन तक डिस्कशन के बाद वे इस डिसीजन पर पहुंचे हैं. इस ज्यूरी में 9 व्हाइट और 3 ब्लैक मेंबर थे.
जानकारी मिली है कि फर्ग्युसन, सेंट लुइस एरिया में है जहां ब्लैक ज्यादा रहते हैं लेकिन वहां पर पोस्टेड पुलिस ऑफीसर ज्यादातर व्हाइट हैं. मरने वाले यंग ब्वॉय का नाम माइक ब्राउन था और उसकी फेमिली इस डिसीजन से काफी हर्ट हुई है लेकिन उन्होंने लोगों से वायलेंस क्रिएट करने से मना किया है. इसके बावजूद गुस्साये लोग हंगामे पर उतर आए और दंगे भड़क गए हैं.
पुलिस ने प्रोटेस्ट करने वालों को कंट्रोल करने के लिए टिएर गैस के गोले फेंके लेकिन फिल्हाल हालात काफी बिगड़े हुए हैं. इस बीच अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने लोगों को पीस मेंटेन करने के लिए कहा है और ब्राउन की फेमिली को कम्युनिटी और रिलीजियस लीडर्स की बातों में आकर कोई गलत कदम उठाने से मना किया है.
यह इंसीडेंट 9 अगस्त का है, जब 18 साल के एक ब्लैक माइकल ब्राउन ने एक शॉप से जबरदस्ती सिगार का पैकेट उठा लिया था, जिसके बाद पुलिस ऑफीसर डैरन विल्सन ने उसे शूट कर दिया. इसके बाद पुलिस की ओर से पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कहा कि ब्राउन हंगामा कर रहा था और उसे कंट्रोल करने की कोशिश में चली गोली से उसकी डेथ हो गयी. जबकि आई विटनेसेज का कहना है की गोली बिना किसी स्ट्रांग रीजन के मारी गई. अब ग्रैंड ज्यूरी ने भी विल्सन को इनोसेंट कह दिया है जिसकी वजह से अमेरिका में कलर रेसिस्टस डिस्क्रिमिनेशन पर डिबेट फिर स्टार्ट हो गई है.