श्रीराम, हनुमान जी, गणपति और भोलेनाथ को कौन-सा भोग है पसंद? जानें
हमारे शास्त्रों में देवी-देवताओं को भोग लगाने का नियम बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान हमारे घर में निवास करते हैं तथा हम उनका घर के सदस्य के रूप में ख्याल रखते हैं और खाने से लेकर उनके सोने का और उनके आराम करने का ध्यान रखते हैं।
ध्यान रखें भगवान को भोग लगते वक़्त इस मंत्र का उच्चारण अवश्य करना है:त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये ।गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।प्रभु नारायणभगवान नारायण को खीर या सूजी के हलवे का नैवेद्य बहुत पसंद है। खीर कई प्रकार से बनाई जाती है। याद रखें भगवान् विष्णु के नैवेद्य में तुलसी जरूर डालें।-कहते है प्रति रविवार और गुरुवार को विष्णु-लक्ष्मी को भोग लगाने से दोनों प्रसन्न होते हैं।-हमारे घर में किसी भी प्रकार से धन और समृद्धि की कमी नहीं होती है।महादेव—शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद है।
—शिवजी को रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी अर्पित की जाती है।राम भक्त हनुमान—हनुमानजी को हलुआ, पंच मेवा, गुड़-चना, गुड़ के लड्डू, डंठल वाला पान, इमरती और केसर-भात बहुत पसंद हैं।—कोई व्यक्ति 5 मंगलवार हनुमानजी को चोला चढ़ाकर यह नैवेद्य लगाता है, तो उसके हर तरह के संकटों का समाधान होता है।
भगवान गणेश—गणेशजी को मोदक या लड्डू का नैवेद्य अच्छा लगता है। मोदक के अलावा गणेशजी को मोतीचूर के लड्डू भी पसंद हैं। गणपति को शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू भी पसंद हैं। इसके अलावा आप उन्हें बूंदी के लड्डू भी अर्पित कर सकते हैं। इतना ही नहीं, नारियल, तिल और सूजी के लड्डू भी उनको अर्पित किए जाते हैं।भगवान श्री राम—भगवान श्रीरामजी को केसर भात, खीर, धनिए का भोग आदि पसंद हैं। इसके अलावा उनको कलाकंद, बर्फी, गुलाब जामुन का भोग भी प्रिय है।श्रीकृष्ण-भगवान श्रीकृष्ण को माखन और मिश्री का नैवेद्य बहुत पसंद है।-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठीसूर्यास्त के बाद ऐसे करें हनुमान जी की पूजा, हर मनोकामना होगी पूरीगणेश जी के गजानन बनने की कहानी, संभवत: दूसरी कहानी नहीं जानते होंगे आप