International day of girl child क्या फरिश्ता होती हैं बेटियां? बढ़ा देती हैं पिता की उम्र, अब तो साइंस ने भी मान लिया
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अक्सर आपने कहते सुना होगा कि किस्मत वालों के घर बेटी पैदा होती है। बेटियां मां की तो दोस्त होती ही हैं लेकिन अपने पिता के भी बहुत करीब होती हैं। बाप-बेटी का रिश्ता बहुत प्यारा और अनोखा होता है। जहां बाप-बेटी के रिश्ते का असर पिता की पर्सनैलिटी पर पड़ता है वहीं इससे बेटी के आगे के रिश्ते, व्यवहार और सफलता जुड़ी होती है। इस स्टडी में पाया गया कि बेटों का पिता की जिंदगी पर कोई खास असर नहीं पड़ता है। बच्चे के जन्म को लेकर हमेशा मांओं के बारे में बात होती है हालांकि, इस रिसर्च में पिता की सेहत और शरीर पर पड़ने वाले असर के बारे में बात की गई है।
पिता की उम्र 74 सप्ताह बढ़ जाती है
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के ऑनलाइन जर्नल pubmed में छपी एक रिसर्च बताती है कि गर्ल चाइल्ड के जन्म से पिता की उम्र में 74 सप्ताह का इजाफा हो जाता है। पिता के साथ उनकी बातचीत तथा उनकी प्यारी बातों से परिवार में खुशी रहती है। इतना ही नहीं बेटियों के पास होने पर पिता के मस्तिष्क में अलग तरह की हलचल होती है जो MRI टेस्ट में हुआ प्रूफ हुआ है। रिसर्च से ये भी पता चला है कि बच्चों के पिता की सेहत और उम्र पर असर जानने के लिए 4310 लोगों का डाटा लेकर उस पर रिसर्च की गई। इसमें 2147 मां और 2163 पिता थे। इस तरह की ये पहली रिसर्च है, इससे पहले बच्चों के पैदा होने पर मां की सेहत और उम्र को लेकर कई स्टडी की जा चुकी हैं।
यह स्टडी आगे कहती है कि जितनी ज्यादा बेटियां होंगी, पिता की उम्र प्रति बेटी के हिसाब से साल ज्यादा लंबी होगी। इतना ही नहीं पिता का प्यार पाने वाली बेटियों की मेंटल हेल्थ भी बहुत अच्छी होती है। जिन बेटियों का अपने पिता के साथ अच्छा रिश्ता होता है, उनमें एंग्जायटी और डिप्रेशन होने का खतरा कम होता है। ये स्ट्रेस से डील करने में बेहतर होती हैं। अगर पिता अपनी लाइफ पार्टनर को अच्छे से ट्रीट करते हैं तो बेटियां अपने लाइफ पार्टनर में भी पिता के जैसी खूबियां ढूंढती हैं। पिता बेटियों को ईटिंग डिसऑर्डर से बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं और इससे निकलने में भी मदद करते हैं।