गौर करिए...अपने प्यारे Facebook के बारे में क्या ये सब भी जानते हैं आप
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि Facebook मार्क जुकरबर्ग की पहली साइट नहीं थी। 2003 में इन्होंने Facemash नाम की साइट भी बनाई थी। इसमें इन्होंने 'hot or not' फॉरमेट में हार्वर्ड के स्टूडेंट्स की तस्वीरों को दिखाया था। हालांकि ये साइट लोगों के सामने नहीं आई।
2004 में $500,000 का कैश मिलने के बाद जुकरबर्ग ने यूनीवर्सिटी से निकलकर कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में Facebook HQ को शुरू किया।
thefacebook.com को लाइव करने के छह दिन में ही साइट पर 650 यूजर्स इकट्ठा हो गए। वहीं लॉन्च करने के नौ महीने बाद साइट को करीब दस लाख एक्टिव यूजर्स मिले। इसके बाद करीब एक साल पूरे होने पर इसकी बढ़ती पॉपुलैरिटी को देखते हुए जुकरबर्ग ने इसका नाम बदलकर Facebook.com कर दिया।
Facebook को अपना ब्रांड बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। आपको बता दें कि इस समय Facebook से जुड़े करीब 1900 डोमेन मौजूद हैं। जैसे FB.Com, IHateTheFacebookLikeButton.com समेत कई और।
हैकर्स का स्वागत करने की बात का सबसे बड़ा उदाहरण भी दिया जा सकता है। वो ये कि एक बार 2005 में यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट क्रिस पटनम ने Facebook पर एक वायरस के जरिए अटैक किया। इस वायरस ने इसी की तरह दिखने वाला एक कॉम्पटीटर पेज MySpace तैयार कर दिया। इसके बारे में मालूम पड़ने पर Facebook के को-फाउंडर ने हैकर के खिलाफ कोई एक्शन लेने के बजाए उसे बुलाकर Facebook में बतौर इंजीनियर काम करने का ऑफर दिया।
ब्लूमबर्ग के दिए आंकड़ों पर गौर करें तो सिर्फ 31 साल की उम्र में जुकरबर्ग दुनिया के छठे सबसे अमीर इंसान बन चुके हैं।