कम्यूनिस्ट चीन में अब बाज़ार की बड़ी भूमिका
बंद दरवाजे में हुई बैठक यानी तीसरे प्लेनम के बाद सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि इन सुधारों में मुक्त बाज़ार की बड़ी भूमिका होगी.सामाजिक अस्थिरता पर क़ाबू पाने के लिए एक नई समिति बनाई जाएगी, जो चीन के आंतरिक सुरक्षा मामलों की निगरानी करेगी.इस रिपोर्ट के अनुसार किसानों को उनकी जमीन पर ज़्यादा अधिकार दिया जाएगा.बीबीसी की चीन संवाददाता के अनुसार बैठक में शामिल नेता अब अपने से नीचे के नेताओं को इन सुधारों को लागू करने के लिए राज़ी करेंगे.तथाकथित तीसरा प्लेनम बीजिंग में शुक्रवार को शुरू हुआ और कुछ सहमति के बिंदुओं का ज़िक्र करने के बाद ख़त्म हो गया.बीबीसी संवाददाता सेलिया हैटन के अनुसार चीन ने कहा है कि ये सुधार काफ़ी अहम हो सकते हैं.बाज़ार और सरकार
संवाददाता के अनुसार आगामी कुछ दिनों या हफ्तों के भीतर आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में किए जाने वाले सुधारों की पूरी सूची जारी की जा सकती है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इस बयान में कहा गया है कि "मुख्य मुद्दा बाज़ार और राज्य के बीच रिश्ते दुरुस्त करना है ताकि बाज़ार संसाधनों के बंटवारे में निर्णायक भूमिका निभा सके और सरकार की भूमिका को बेहतर बना सके."बीबीसी संवाददाता के अनुसार पार्टी अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए सरकार "विकास को नए स्तर पर ले जाने" का संकल्प ले रही है.तीसरे प्लेनम की रिपोर्ट में चीनी सेना को अत्याधुनिक बनाने, चीन के तटीय इलाक़ों में विदेशी निवेश बढ़ाने का भी संकल्प लिया गया है.इसके अलावा रिपोर्ट में भ्रष्टाचार रोकने के लिए मज़बूत संस्था बनाने का भी वचन दिया गया है.पुराने प्लेनमतीसरा प्लेनम चीन की राजनीति में काफी महत्वपूर्ण रहा है.प्लेनम उस बैठक को कहते हैं जिसमें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के नए पदाधिकारी बैठक करते हैं, जिसमें सभी सदस्य शामिल होते हैं.यह बैठक आमतौर पर नए पदाधिकारियों के पदभार संभालने के एक साल बाद होती है.1978 में हुए प्लेनम में पार्टी के पूर्व नेता डेंग जियाओपिंग ने चीन की अर्थव्यवस्था को बाज़ार के लिए खोलने की घोषणा की थी.इस घोषणा के बाद ही चीन में बाज़ारोन्मुख सुधारों में तेज़ी आई थी.
1993 में हुए प्लेनम में पूर्व नेता झू रोंगजी ने "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" की घोषणा की थी और कई बड़े क्षेत्रों को सरकारी प्रभुत्व से मुक्त किया था.विश्लेषकों के अनुसार चीन में निकट भविष्य में किसी तरह के राजनीतिक सुधार होने की उम्मीद नहीं है और आर्थिक सुधार कितने समय में प्रभावी होगा, यह वक़्त बीतने के साथ ही पता लगेगा.