फेसबुक लॉगिन प्रक्रिया में करेगा बदलाव, थर्ड पार्टी को यूजर्स डाटा की लिमिटेड एक्सेस
बिना फेसबुक इजाजत डाटा एक्सेस नहींनई दिल्ली (प्रेट्र)। फेसबुक ने कहा कि हम लॉगिन प्रक्रिया बदल रहे हैं। अब एप सिर्फ यूजर का नाम, प्रोफाइल फोटो और ई-मेल एड्रेस एक्सेस कर पाएंगे। इससे ज्यादा जानकारी के लिए उन्हें फेसबुक से संपर्क करके इजाजत लेनी होगी। नया बदलाव अगले वर्जन से हो जाएगा। इसमें बग बाउंटी प्रोग्राम भी होगा ताकि डेवलपर्स के किसी भी दुरुपयोग की जानकारी यूजर रिपोर्ट कर सके। इनमें से कुछ अपडेट अभी से काम करने लगे हैं। हम अपने प्लेटफार्म पर यूजर्स इनफॉर्मेशन को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।भारत में 20 करोड़ फेसबुक यूजर
फेसबुक के दुनियाभर में अरबो यूजर हैं। इनमें भारत के 20 करोड़ यूजर्स शामिल हैं। आरोप है कि फेसबुक डाटा चोरी करके कैंब्रिज एनालिटिका ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में अभियान चलाया था। इसके बाद से ही फेसबुक को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। बुधवार को फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने इस मामले में अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष पेश होकर वे इस स्कैंडल से जुड़े हर सवाल का जवाब देंगे। चुनाव में धांधली की आशंका को लेकर भारत ने भी फेसबुक को चेतावनी जारी की थी।यूजर्स प्राइवेसी हमारी जिम्मेदारीफेसबुक ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा है कि फेसबुक के प्रत्येक यूजर की निजता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है। हमें अपनी जिम्मेदारी का अहसास है और इसके लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। हमने देखा है कि लोगों की जानकारी लीक हुई और हमारे प्लेटफार्म का गलत इस्तेमाल हुआ। यूजर्स की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए हम फेसबुक पर लोगों की निजता का सम्मान करने के लिए उच्च मानकों को स्थापित करेंगे। ध्यान रहे कि फेसबुक का डाटा चोरी करके कैंब्रिज एनालिटिका ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के लिए मतदाताओं को पर्सनालिटी प्रिडिक्शन एप के जरिए प्रभावित करने की कोशिश की थी।सारे एप का होगा फुल ऑडिट
अपने पोस्ट में अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने कहा है कि वह अपने लेवल पर हर एप की जांच करेगी। वह हर एप के डाटा एक्सेस करने को लिमिटेड करेगी। ऐसे किसी भी एप का फुल ऑडिट कराया जाएगा, जो 2014 से बड़ी संख्या में सूचनाएं एक्सेस कर रहे थे। जांच में उन एप की संदिग्ध गतिविधियों भी शामिल होंगी। यदि हम पाते हैं कि किसी डेवलपर ने किसी व्यक्तिगत सूचना का दुरुपयोग किया है तो उसे फेसबुक सहित अपने सभी प्लेटफार्म से बैन कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं हम गलत इस्तेमाल करने वालों का नाम सार्वजनिक तौर पर खोल देंगे। फेसबुक ने कहा कि वह अपने लॉगिन प्रक्रिया में भी बदलाव कर रहे हैं ताकि कोई एप लिमिटेड डाटा ही एक्सेस कर सके।