फेसबुक अपने मैसेजिंग एप्लीकेशन 'मैसेंजर' की वजह से विवादों में पड़ गया है. जिस तरह से लोगों को मैसेंजर एप डाउनलोड करने के लिए फोर्स किया जा रहा है उससे लोग काफी खफा हैं. गुस्से में तो लोग तब आए जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने खुलासा किया कि मैसेंजर यूजर की निजी जिंदगी में ताक-झांक कर रहा हैं. यानी मैसेंजर लोगों की 'राइट टू प्राइवेसी' को वॉइलेट कर रहा है.

बिना मैसेंजर के नहीं पढ़ सकते मैसेज
पहले लोग बिना मैसेंजर डाउनलोड किए भी फेसबुक पर मैसेजेज पढ़ सकते थे. एफबी पर चैट भी कर सकते थे. लेकिन पिछले कुछ दिनों से फेसबुक यूजर्स को मैसेंजर डाउनलोड करने के लिए फोर्स कर रहा है. बिना मैसेंजर डाउनलोड किए आप फेसबुक पर आए मैसेजेज न ही पढ़ सकते हैं और ना ही किसी से चैट कर सकते हैं.  आपके फेसबुक अकाउंट पर मैसेज का नोटिफिकेशन जरूर आएगा लेकिन आप उस मैसेज को पढ़ नहीं सकते जब तक कि आप मैसेंजर एप डाउनलोड न कर लें.
मैसेंजर प्राइवेस वॉइलेट कर रहा
एक तो लोग मैसेजेज न पढ़ पाने और फेसबुक पर चैट न कर पाने से पहले ही झल्लाए हुए हैं. मामले में ट्विस्ट आया जब पता चला कि फेसबुक यूजर्स के केलेंडर के जरिए उनकी प्राइवेट चैट पढ़ सकता है. ई-मेल भेज सकता है और मैसेजेज डिलीट तक कर सकता है. इससे मैसेंजर यूज कर लोग भड़ क गए हैं. हालांकि फेसबुक के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि वे लोगों को स्मूद और फास्ट मैसेजिंग एक्सपीरिंस देना चाहते हैं. इसके लिए मैसेंजर डाउनलोड करना जरूरी है. कंपनी ने यह भी कहा कि फेसबुक किसी की प्राइवेसी वॉइलेट नहीं करता.

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Posted By: Shweta Mishra