फेसबुक डाटा लीक मामले में कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग अमेरिकी कांग्रेस के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए। सांसदों ने उनसे पांच घंटे तक कड़ी पूछताछ की। इस दौरान उनसे फेक न्‍यूज 2016 के दौरान अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव में रूसी हस्‍तक्षेप और परंपरागत मीडिया पर नियंत्रण संबंधी सवालों पर सफाई मांगी गई। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक कानून निर्माताओं ने जकरबर्ग से पूछताछ के दौरान फेसबुक के डाटा संकलन के तरीकों कंपनी की तथाकथित एकाधिकार और इंटरनेट कंपनियों के विनियमन पर उनकी सफाई मांगी गई।


44 सांसदों ने 5 घंटे तक की मार्क जकरबर्ग से कड़ी पूछताछवाशिंगटन (आईएएनएस)। अमेरिकी कांग्रेस में जकरबर्ग से 44 सांसदों ने जिरह किया। प्रत्येक को सवाल पूछने के लिए 5 मिनट का वक्त दिया गया था। एक सीमित समय सीमा में ही सांसद जकरबर्ग से जांच के लिए पूछताछ कर सकते थे। एक ब्रिटिश डाटा कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक से गलत तरीके से यूजर्स की निजी जानकारी हासिल कर ली थी। इस डाटा के आधार पर 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने का आरोप है। दुनिया भर में इस बात की चर्चा के बाद अमेरिकी कांग्रेस ने फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को पूछताछ के लिए तलब किया था। यह पहली बार है जब फेसबुक के सीईओ अमेरिकी कांग्रेस में कड़े सवालों का सामना करने पहुंचे।फेसबुक में राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित होकर निर्णय नहीं


साउथ डकोटा से रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर जॉन थुने ने जकरबर्ग से पूछा कि क्या वे यह वादा कर सकते हैं कि फेसबुक के प्लेटफार्म को राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए उपयोग नहीं होगा। इस पर रजामंदी जताते हुए जकरबर्ग ने कहा कि किसी भी प्रकार के नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री के लिए फेसबुक मददगार नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी में कोई भी व्यक्ति राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित होकर कोई निणर्य नहीं लेगा। आंदोलनकारी गतिविधियों के साथ भेदभाव नहीं करता फेसबुकजकरबर्ग से पूछा गया कि क्या फेसबुक अफ्रीकी अमेरिकियों के हितों के लिए चलाए जा रहे ब्लैक लाइव्स मैटर जैसे आंदोलनकारी समूहों की गतिविधियों की निगरानी और उनके खिलाफ भेदभाव नहीं करने का वादा कर सकता है। इस पर जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक लोगों के हितों से जुड़े आंदोलनों को लेकर प्रतिबद्ध है। जब तक कानूनी प्रक्रिया के तहत सरकार उनसे ऐसे किसी संस्थान की जानकारी नहीं मांगती, सामान्य तौर पर फेसबुक समाजिक हितों वाले एक्टिविस्ट ग्रुपों की न तो निगरानी करता है या न ही उनके साथ कोई भेदभाव करता है।जकरबर्ग ने कहा, फेसबुक राजनीतिक भाषणों का मंच नहीं

राजनीति पक्षपात के एक सवाल पर 33 साल की उम्र के जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक का मंच राजनीतिक भाषणों के लिए नहीं बनाया गया था। वे इससे संबंधित चिंताओं को समझते हैं, खासकर तब जब फेसबुक और टेक्निकल इंडस्ट्री सिलिकॉन वैली में है, जो एक चरम वामपंथी विचारों को समर्थन देने वाली जगह है। जकरबर्ग ने कहा कि इसके बावजूद उनकी पक्की कोशिश रहेगी कि कंपनी में पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कोई काम न किया जाए। अमेरिकी कांग्रेस के सामने जकरबर्ग की पेशी से पहले ही फेसबुक के शेयर 2 प्रतिशत ऊपर थे। जब वे सांसदों के सवालों का सामना कर रहे थे फेसबुक के शेयर 4.5 प्रतिशत उछाल के साथ बंद हुए।

Posted By: Satyendra Kumar Singh