भ्रष्‍टाचार और कालेधन पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार तमाम प्रयास कर रही है। इसके सरकार कैशलेस ट्रांजैक्‍शन को भी बढ़ावा दे रही है। ऐसे में सरकार ने हाल ही में इस बात का स्‍पष्‍टीकरण किया है कि इनकम टैक्‍स विभाग बराबर लोगों पर पैनी नजर रखे है। ऐमें अगर आप 2 लाख से ऊपर का कैश ट्रांजैक्‍शन करते हैं तो इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट आपसे पूछताछ कर सकता है...


विभाग करेगा पूछताछकहा जाता है कि अधिकांश लोग अपने कालेधन को खपाने के लिए खरीददारी करने की कोशिश में रहते हैं, लेकिन शायद अब ऐसा करना उनके लिए महंगा पड़ा सकता है। अब अगर लाख से ऊपर की रकम से शॉपिंग होती है तो उस पर इनकम टैक्स की नजर होगी। इस दौरान इनकम विभाग उस उपभोक्ता से पूछताछ कर सकता है। काले धन को लेकर इन 67 लाख लोगों पर IT की नजर, यहां चेक करें लिस्ट में आपका नाम तो नहींइनकम की जानकारी
हाल ही में सरकार ने इस साल अप्रैल में लागू हो चुके इनकम टैक्स रूल 1962 में बने 114 ई के तहत यह स्पष्टीकरण किया है। सरकार का कहना है कि इस 2 लाख से ऊपर से हुई कैश खरीददारी करने वाले लोग आसानी से इनकम टैक्स की निगाह में आ जाएंगे। जिससे उनकी आय का भी पता चल जाएगा। यह भी ट्रैक हो जाएगा कि खरीददारी करने वाले अपनी सही आय की जानकारी इनकम टैक्स विभाग को दी या नहीं।मुकेश अंबानी के पास है भारत की सबसे महंगी कार, सिक्योरिटी फीचर्स ने बनाया इसे खास...कैशलेस को बढ़ावा


इनकम टैक्स विभाग की इस ट्रैकिंग से लोगों की असलियत सामने आएगी। जिससे वह आसानी से लोगों को टैक्स नेट में ले आएगा। जिससे सरकार को बड़ा फायदा होगा।इसके अलावा सरकार की कैशलेस प्रणाली को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा क्योंकि इससे लोग 2 लाख रुपये से अधिक की खरीददारी कैश से करने से बचेंगे। इसकी जगह पर वह कैशलेस यानी की ऑनलाइन पेमेंट की ओर बढ़ेंगे।तो इस तरह रतन टाटा की एक कंपनी भारी पड़ती मुकेश अंबानी की रिलायंस पर

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Posted By: Shweta Mishra