...तो ऐसा है F1 का track
पहली इंडियन जीपी के लिए अब कुछ ही दिनों का समय बाकी रह गया है. इस बीच भारत के पहले एफ वन सर्किट बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का अनावरण कर भी दिया गया है. मतलब यह कि इंडिया में होने वाली पहली एफ वन रेस का एक्साइटमेंट अब और भी बढ़ गया है. 30 अक्टूबर को पहली इंडियन जीपी हो रही है.
- ट्रैक के कॉर्नर्स की डिजाइन इसे और खास बनाते हैं. यहां ड्राइवर्स के पास ओवरटेक करने का चांस होगा वहीं कारों के ट्रैक से बाहर जाने का खतरा भी रहेगा.- ट्रैक के पहले तीन कॉर्नर्स के ढलान में करीब 14 मीटर का अंतर है.
- एफ वन कार को पूरी स्पीड में देखने का सबसे बेहतर चांस टर्न 3 और 4 के बीच होगा. दोनों टन्र्स के बीच दूरी भी सबसे ज्यादा है.- टर्न 4 टाइट राइट हैंडर है और यहां पर कारों को तगड़ा ब्रेक लगाना होगा.इस बार की रेस का एक्साइमेंट इसलिये भी कुछ ज्यादा है क्योकि उम्मीद की जा रही है कि भारत के दो फॉर्मूला वन ड्राइवर्स, नारायण कार्तिकेयन (हिस्पैनिया रेसिंग टीम) और करुण चंडोक (टीम लोटस) अपनी टीमों के लिये कार की स्टियरिंग संभालेंगे. हालांकि सेबेस्टियन वेटेल की ताजपोशी के साथ वल्र्ड चैंपियनशिप का फैसला हो चुका है. इसके बावजूद एक्सपर्ट्स तो यही मान रहे हैं कि इंडियन जीपी एक्साइटमेंट से भरी होगी.