जरूरत से ज्यादा प्यार भी नहीं अच्छा!
विकास का अंत
जी हां जरूरत से ज्यादा प्यार आपको आइसोलेटेड कर सकता है या नजरबंद भी। एक दूसरे के प्यार में डूबे कपल एक दूसरे से जकड़ा हुआ महसूस करते हैं। प्यार करने वाला और प्यार पाने वाला दोनों अपनी निजी शख्सियत खो देते हैं क्योंकि जब आप एक दूसरे में ही उलझे रहेंगे तो कैसे किसी और दिशा में देखेंगे। ऐसे में आपका व्यक्तिगत कुछ नहीं होगा जो निश्चित रूप से विकास के रास्ते में रुकावट है।
घुटन और अविश्वास
जरूरत से ज्यादा प्यार करने वाला भूल जाता है कि उसके पार्टनर का अपना एक व्यक्तित्व है और उसके कुछ शौक हैं। आपका प्यार उससे अपनी जिंदगी जीने की आजादी छीन लेता है। जिसके चलते वो जल्दी ही उबने ने लगता है और उसको आपके प्यार से घुटन महसूस होने लगती है। लिहाजा आपका रिश्ता ही मुश्किल में आ जाता है। हर समय उसके इर्दगिर्द रहने के कारण और अकेला ना छोड़ने के चलते आपके साथी को लगता है आप उस पर भरोसा नहीं करते।
पर्सनल टाइम और स्पेस में कमी
जब आप जरूरत से ज्यादा प्यार करने लगते हैं तो आप अपना पर्सनल स्पेस और टाइम तो खत्म करते ही हैं अपने साथी के साथ भी ऐसा ही करते हैं। आप हर चीज साझाा करने के चक्कर में भूल जाते हैं कि आप दोनों अलग अलग परिवेश से आये दो अलग अलग लोग र्हैं। जाहिर है कि आपकी पसंद, नापसंद और जीवनशैली में कुछ तो भिन्नता होगी ही। लेकिन प्यार के नाम पर आप इस बेसिक बात को भुला देते हैं और आपके बीच स्पेस की ये कमी जो रिश्ते के शुरूआत में अच्छी लग रही थ्ज्ञी समय बीतने के साथ्ज्ञ आपको करीब लाने की बजाय दूर करना शुरू कर देती है।