मिस्र की अदालत ने देश के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को विद्रोह कुचलने के दौरान करीब 900 लोगों की हत्या के आरोप में उम्रकैद सुनाई है. उन्‍हें अब ताउम्र जेल में बिताने होंगे. मुबारक को फांसी की सजा देने की मांग की गई थी लेकिन कोर्ट ने थोड़ा नरमी दिखाते हुए उन्‍हें उम्रकैद सुनाई. गिरफ्तारी के बाद से ही मुबारक अस्पताल में हैं. सुनवाई के दौरान गृह मंत्रालय ने अदालत परिसर की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किये थे.


काहिरा में जश्न का माहौलमुबारक के खिलाफ मुकदमे का फैसला सत्ता से उनके हटने के 15 महीने बाद आया है. इस फैसले से काहिरा में जश्न का माहौल है. अरब देश में यह अपनी तरह का पहला मामला है. जनता ने उनके खिलाफ यह मुकदमा चलाया था. मिस्र क्रांति के 18 दिन के दौरान करीब 900 निहत्थे प्रदर्शनकारियों की हत्या की गई थी. मुबारक के अलावा पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली और छह अन्य पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं. मुबारक के बेटे अला और गमाल पर प्रदर्शनकारियों की हत्या और सार्वजनिक कोष को नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं.ऐंबुलेंस से ले गये कोर्ट
जानकारी के मुताबिक शनिवार को मुबारक को हेलिकॉप्टर और फिर ऐंबुलेंस से कोर्ट ले जाया गया और फिर उन पर आरोप तय करते हुए फैसला सुनाया गया. मुबारक, पूर्व गृह मंत्री हबीब अल अदली और छह अन्य के खिलाफ यदि यह साबित हो गया कि उन्होंने मारे गए 850 लोगों में से कुछ को मारने के आदेश दिये थे तो उन्हें मौत की सजा तक हो सकती है.

Posted By: Kushal Mishra