ये है दुनिया की सबसे तेज कार, स्पीड में फार्मूला-1 को भी छोड़ा पीछे
दुनिया की सबसे तेज कारयह कार लगभग गो-कार्ट की तरह है। जो अब दुनिया की फॉस्टेस्ट एक्सीलरेटिंग कार बन गई है। जर्मनी की University of Stuttgart में एक छात्रों की टीम ने इस कार को डेवलप किया है। ग्रीन टीम फॉर्मूला स्टूडेंट्स ने इस इलेक्ट्रिक कार को E0711-5 नाम दिया है। जो 0 से 100km/h की स्पीड तक पहुंचने में मात्र 1.799 सेकेंड का समय लेती है। जर्मनी की इस यूनिवर्सिटी के इंजीनियर्स का कहना है कि, यह फॉर्मूला वन रेसिंग और बुगाती वेरोन कार से भी सुपरफॉस्ट है। तोड दिया पिछला रिकॉर्ड
टीम में शामिल सदस्य प्रिस्का ने इसको कई बार टेस्ट किया। तब फाइनली नार्थ-वेस्ट जर्मनी के जेड वेसजर एयरपोर्ट पर इसका टेस्ट किया गया। टेस्टिंग के दौरान कार की स्पीड इतनी थी वह हवा में उड़ती नजर आई। इस दौरान इस E0711-5 इलेक्ट्रिक कार ने पिछला वर्ल्ड रिकॉर्ड 0.006 को पीछे छोड़ दिया। यह पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार है। जिसमें 4 मोटर्स और 6.62kWh की बैटरी लगी हुई है। हालांकि अभी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसे शामिल नहीं किया गया, क्योंकि पूरी तरह से वेरिफिकेशन के बाद ही कोई ऑफिशियल एनाउंसमेंट किया जाएगा।कंप्टीशन ने बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
रिपोर्ट के मुताबिक, इस कार को कुल 40 स्टूडेंट्स ने मिलकर डेवलप किया। दरअसल यह मेहनत एक चैलेंज को लेकर की गई। जर्मनी में इस साल गर्मियों में इन छात्रों को सुपरफॉस्ट कार बनाने का चैलेंज दिया गया था, जिसे इन्होंने पूरा करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। इस इलेक्ट्रिक कार का वजन तकरीबन 168 किग्रा है। वहीं 100km/h तक स्पीड में पहुंचने के लिए कार को सिर्फ 30 मीटर दूरी की आवश्कता होती है। वैसे ग्रीन टीम ने इसको डेवलप तो कर दिया है लेकिन माना जा रहा है इसे फिर से रिडिजाइन किया जाएगा ताकि इसका वजन और कम किया जा सके।Courtesy : www.dailymail.co.ukHindi News from Business News Desk