Ekadashi Shradh 2023 : पितृ पक्ष में एकादशी श्राद्ध एक विशेष अनुष्ठान है। इस वर्ष एकादशी श्राद्ध 9 अक्टूबर को होगी। आइए जानें इसका महत्व व इसे करने का तरीका...


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Ekadashi Shradh 2023 : हिंदू धर्म में पितृ पक्ष में पड़ने वाले एकादशी श्राद्ध का विशेष महत्व है। यह श्राद्ध उन पूर्वजों को याद करने के लिए किया जाता है जिनका निधन एकादशी तिथि को हुआ था। खास बात तो यह है कि इसमें शुक्ल और कृष्ण पक्ष दोनों ही एकादशियां शामिल हैं। ग्यारस श्राद्ध इसी संस्कार का दूसरा नाम है। इस साल पितृ पक्ष एकादशी श्राद्ध 9 अक्टूबर दिन सोमवार को मनायी जाएगी। पितृ पक्ष एकादशी तिथि 9 अक्टूबर को 12:36 अपराह्न शुरू होगी और 10 अक्टूबर को 03:08 अपराह्न समाप्त होगी। एकादशी श्राद्ध का महत्व
एकादशी श्राद्ध अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने और उन्हें याद करने का एक सार्थक तरीका है। मान्यता है कि इसको करने से दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति मिलती है। इसके अलावा बाद के जीवन में उनका निरंतर अस्तित्व सुरक्षित रहता है। कहते हैं कि एकादशी श्राद्ध जीवित और मृत लोगों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है। एकादशी श्राद्ध का तरीका


एकादशी श्राद्ध पर पितरों के लिए तर्पण करने के साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। इस दिन पर गाय, कौवे, कुत्ते और चींटियों को भी भोजन खिलाना चाहिए। तिल, अन्न, चावल और दूध का दान महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि कोई चाहे तो किसी पुरोहित की सहायता से पिंडदान संस्कार करा सकता है।

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Posted By: Shweta Mishra