सुरक्षा बलों ने काहिरा में मुर्सी समर्थकों को खदेड़ने के लिए कार्रवाई की


मिस्र की राजधानी काहिरा में अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के समर्थक जिन दो जगहों पर प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हें सुरक्षा बलों ने खाली करा लिया है.ख़बरों के मुताबिक सुरक्षा बलों की इस  कार्रवाई में कम से कम 15 लोगों के मारे जाने की ख़बर है.इस दौरान भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं और बुलडोज़रों को प्रदर्शन स्थल की ओर जाते हुए देखा गया.हेलीकॉप्टर इलाके में उड़ान भरते देखे गए. सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े.राजधानी काहिरा के अलावा अन्य शहरों में भी मुर्सी समर्थकों के प्रदर्शनों की खबर है.बहाली की मांगप्रदर्शनकारी तीन जुलाई सेना की ओर से अपदस्थ किए गए मुर्सी को बहाल करने की मांग कर रहे हैं.


आतंरिक मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने काहिरा के पूर्व में स्थित रब्बा-अल-अदाविया मस्जिद और पश्चिम में नाहदा चौराहे पर हो रहे  प्रदर्शनों के खिलाफ ज़रूरी क़दम उठाए हैं."सुरक्षा बलों ने काहिरा के पूर्व में स्थित रब्बा-अल-अदाविया मस्जिद और पश्चिम में नाहदा चौराहे पर हो रहे प्रदर्शनों के खिलाफ ज़रूरी क़दम उठाए हैं"-मिस्र के आंतरिक मामलों के मंत्रालय का बयानबयान में कहा गया है कि गृह मंत्रालय किसी भी मिस्रवासी का ख़ून नहीं बहाना चाहता है.

मंत्रालय के मुताबिक काहिरा विश्वविद्यालय के पास स्थित नाहदा चौक को  प्रदर्शनकारियों से पूरी तरह खाली करा लिया गया है.प्रदर्शन स्थलों को खाली कराए जाने के अभियान के दौरान शहर का आसमान धुंए से भरा हुआ था.उधर देश के दूसरे सबसे बड़े शहर सिंकदरिया में मुख्य रास्तों को रोक दिया है.दक्षिणी मिस्र के अस्वान शहर में सैकड़ों लोगों के गवर्नर कार्यालय के बाहर जमा होने की ख़बर है. स्वेज़ और केना प्रांतों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं.अधिकारियों ने राजधानी काहिरा से जाने और वहां आने वाली रेलगाड़ियों को रोक देने के आदेश दिए हैं.मृतकों की संख्याअपदस्थ राष्ट्रपति का समर्थन करने वाली  मुस्लिम ब्रदरहुड ने मरने वालों की संख्या 25 से 30 के बीच बताई है. अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों में सुरक्षा बलों का एक जवान भी शामिल है.मुस्लिम ब्रदरहुड टीवी ने लोगों से घायलों को अस्पताल पहुँचाने के लिए अपनी कारें भेजने की अपील की है.

रब्बा-अल-अदाविया मस्जिद और नाहदा चौराहे पर प्रदर्शनकारी मोहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद से ही डेरा जमाए हुए थे. उस समय से अबतक सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़पों में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं.मंगलवार को मुर्सी समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh