हाल ही में भूकंप के तेज झटकों से उत्तराखंड की धरती फिर डोल उठी। दिल्ली एनसीआर समेत उत्‍तर भारत के भी कई जिलों में झटके महसूस हुए। अक्‍सर देखा जाता है क‍ि भूकंप आने पर लोग खुले में भागते ऊंची बिल्‍डिंग्‍स से दूर खड़े होते लिफ्ट का इस्‍तेमाल नहीं करते हैं। सुरक्षा के ह‍िसाब से ये तरीके बेस्‍ट होते हैं लेक‍िन इससे भी ज्‍यादा खतरनाक स्‍थ‍ित‍ि तो भूकंप के बाद होती हैं। हालात काफी ब‍िगड़ जाते हैं और झटके दोबारा भी आ सकते हैं। ऐसे में भूकंप आने के बाद इन 10 बातों का रखें ध्‍यान नहीं होगा कोई नुकसान..


घायलों की मदद भूकंप जैसे ही रुक जाए, सबसे पहले आस-पास के घायलों की तुरंत मदद करें। आपके घर के अगल-बगल जो बुजुर्ग और अपाहिज हैं, उन्हें जल्द से जल्द उपचार कराने ले जाएं।बच्चों को समझाएं भूकंप के बाद के झटकों से निपटने के लिए सबसे पहले अपने बच्चों को समझा दें कि वह एलर्ट रहें। जैसे भी हल्का सा भी झटका हो वह मैदान की ओर भागें। बिल्कुल भी परेशान न हों। जानकारी लेते रहें भूकंप रुकने बाद टीवी सेट और रेडियो से लगातार जुड़े रहें। इससे आपको इमरजेंसी की जानकारी मिलती रहेगी। इस समय अपने फोन को सिर्फ इमरजेंसी कॉल के लिए ही इस्तेमाल करें।शेल्टर हाउस पहुंच जाएं


अगर घर क्षतिग्रस्त हो गया है, तो तुरंत किसी नजदीकी शेल्टर हाउस पहुंच जाएं। राहत-बचाव की टीम का सहयोग करें। घर तभी वापस जाएं जब कोई ऑर्थराइज एनाउंसमेंट हो जाए। सिलेंडर से बचकर रहेंभूकंप के बाद मलबा साफ करना बड़ा रिस्की काम होता है। इस दौरान काफी एलर्ट रहने की जरूरत होती है। सिलेंडर से बचकर रहें, क्योंकि क्षतिग्रस्त होने से यह कभी भी फट सकता है।इलेक्िट्रशियन से चेक कराएं

भूकंप आने के बाद इलेक्िट्रकल सिस्टम पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। इस दौरान अगर फॉल्ट हुआ है या फिर कहीं पर स्पार्क हुआ है, तो उसे इलेक्िट्रशियन से जरूर चेक करा लें।इंजन की बत्ती हुई गुल, टॉर्च की रोशनी में 20 किमी दौड़ी मंडुआडीह एक्सप्रेस

Posted By: Shweta Mishra