ड्रोन, रोबोट किस तरह खा रहे नौकरियां?
अमरीका ही नहीं पूरी दुनिया में आज ड्रोन और रोबोट मिलकर बहुत से ऐसे काम कर रहे हैं जिनके लिए पहले इंसानों की ज़रूरत हुआ करती थी। आज दो ड्रोन मिलकर सौ लोगों के बराबर काम उसी वक़्त में निपटा देते हैं।
ड्रोन बनाने वाली बहुत-सी कंपनियां तो कहती हैं कि उनके ड्रोन सौ फ़ीसद खरा काम करते हैं। यानी बिना ग़लती किए हुए काम निपटा देते हैं।ड्रोन और रोबोट, इंसानों के मुक़ाबले ये काम बेहतर ढंग से और तेज़ी से कर लेते हैं। उनकी मदद से रात में भी काम होता रहता है। वो ये हिसाब भी फ़ौरन लगा लेते हैं कि किस सामान की ज़्यादा मांग है और कौन-सा सामान कम बिखर रहा है। रख-रखाव में हेर-फेर भी रोबोट की पकड़ में जल्दी आ जाता है।
यही वजह है कि उड़ने वाले ड्रोन और रोबोट का आज ई-कॉमर्स और रिटेल कंपनियां ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल कर रही हैं।उड़ने वाले रोबोट बनाने वाली कंपनी पिंक के सीईओ मैट इयर्लिंग कहते हैं कि नई मशीनों के आने से गोदाम में रख-रखाव का काम बहुत आसान हो गया है। अब अगर इंसान पांच फ़ीसद भी ग़लती करते हैं तो कई गोदाम में
पांच-पांच फ़ीसद की गड़बड़ी को मिलाएं तो नुक़सान करोड़ों डॉलर का हो जाता है।इस नुक़सान की भरपाई ड्रोन और रोबोट की मदद से की जा सकती है। उड़ने वाले रोबोट रात-दिन काम कर के इस नुक़सान को होने से बचा लेते हैं। ईयर्लिंग की कंपनी हाइड्रोजन फ़्यूल सेल से चलने वाले ड्रोन बनाती है। ये बैटरी से चलने वाले ड्रोन के मुक़ाबले ज़्यादा देर तक काम कर सकते हैं।वैसे रिटेल सेक्टर की कंपनियां पिछले पांच-छह साल से मशीनों का ज़्यादा इस्तेमाल करने लगी हैं। 2012 में फ़ैशन ब्रांड नेट-ए-पोर्टर ने दावा किया था कि उसके रोबोट इंसानों से पांच सौ गुना बेहतर काम करते हैं। इसी तरह ऑनलाइन कंपनी अमेज़न के किवा रोबोट भी अपनी कार्यकुशलता के लिए मशहूर हैं।
आज की तारीख़ में हर बड़े गोदाम में रोबोट काम करते हुए मिल जाएंगे। भारत में भी बहुत लॉजिस्टिक्स कंपनियां ड्रोन और रोबोट का इस्तेमाल कर रही हैं।इसके फ़ायदे तो आप ने जान लिए। मगर मशीनों से काम लेने के नुक़सान भी बहुत हैं। अमरीका में पिछले छह महीने में 89 हज़ार लोगों की नौकरियां मशीनों की वजह से चली गईं। अमरीका में 2027 तक 17 फ़ीसद नौकरियां रोबोट करेंगे।हालांकि कई जानकार कहते हैं कि एक जगह नौकरियों के मौक़े कम होंगे, तो दूसरे अवसर मिलेंगे। जैसे कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर में ही ज़्यादा हुनरमंद लोगों की ज़रूरत होगी।गोदामों में मशीनों के बढ़ते इस्तेमाल का एक फ़ायदा ये भी होगा कि हादसे कम होंगे। ये वहां काम करने वाले लोगों के लिए तो अच्छी बात ही होगी।अब हर चीज़ के कुछ फ़ायदे होते हैं, तो कुछ नुक़सान भी। अब हम सस्ता, आसानी से उपलब्ध हो सकने वाला ऑनलाइन ख़रीदारी वाला बाज़ार चाहते हैं, तो इसकी क़ीमत तो हमें चुकानी पड़ेगी न!International News inextlive from World News Desk