ईरान को घेरने के बावजूद अमेरिका कह रहा नहीं चाहता युद्ध
वाशिंगटन (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क टाइम्स की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें बताया गया कि ईरान को जवाब देने के लिए अमेरिका के बड़े सुरक्षा अधिकारी मिडिल ईस्ट में 120,000 से अधिक सैनिकों को भेजने की योजना बना रहे हैं। व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह फर्जी खबर है, ठीक है? हमने इसके लिए कोई योजना नहीं बनाई है और बनाएंगे भी नहीं। अगर हमने ऐसा किया भी तो हम इससे भी अधिक सैनिकों को वहां भेजेंगे।' बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोमवार को बताया कि रक्षा मंत्री पैट्रिक शहनहान ने ट्रंप प्रशासन के बड़े सुरक्षा अधिकारियों के सामने एक सैन्य योजना पेश की थी, जिसमें ईरान द्वारा अमेरिकी सेना पर हमला करने के खतरे के मद्देनजर और परमाणु हथियारों पर तेजी से चल रहे काम को रोकने के लिए मिडिल ईस्ट में 120,000 सैनिकों को भेजने की बात कही गई थी। ईरान की धमकियों से निपटने के लिए मिडिल ईस्ट में और पेट्रियट मिसाइलों की तैनाती कर रहा अमेरिकाईरान मिसाइल दागने की बना रहा है योजना
गौरतलब है कि हाल के हफ्तों में अमेरिका ने ईरान पर दबाव बनाने के लिए फिर से कई प्रतिबंध लगाए हैं और मिडिल ईस्ट में अतिरिक्त यूएसएस आर्लिंगटन और पैट्रियट मिसाइलों की तैनाती की है। पहले खुफिया जानकारी से पता चला था कि ईरान, अरब की खाड़ी में शॉर्ट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल और नावों पर तैनात क्रूज मिसाइलों को दागने की योजना बना रहा है। अमेरिकी सेना का मानना है कि क्रूज मिसाइलों को छोटी ईरानी नौकाओं से लॉन्च किया जा सकता है, जिन्हें धौंस के रूप में जाना जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल मई में ईरान के साथ एक परमाणु समझौते को तोड़ दिया और तेहरान के तेल निर्यात को पूरी तरह से खत्म करने के लिए वहां कई प्रतिबंध लगा दिए, जिसके बाद ईरान को काफी नुकसानों का सामना करना पड़ा। इसके बाद से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव शुरू हो गया।