Coronavirus: ट्रंप ने टीका बनाने के प्रयासों के लिए भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को सराहा
वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घातक कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवा और टीका बनाने में उनके प्रयासों के लिए भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की सराहना की है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका महामारी से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है। ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में पत्रकारों से कहा, 'हमारे पास अमेरिका में एक जबरदस्त भारतीय आबादी है और जिन लोगों के बारे में हम बात कर रहे हैं उनमें से कई वैक्सीन पर भी काम कर रहे हैं। वह महान वैज्ञानिक और शोधकर्ता हैं।' यह पहली बार है कि किसी राष्ट्रपति ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय की वैज्ञानिक और अनुसंधान प्रतिभा को पहचाना है।
अमेरिका में रहते हैं चार मिलियन भारतीयबता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों और जैव-फार्मा स्टार्टअप्स सहित चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न पहलुओं में बड़ी संख्या में वैज्ञानिक अत्याधुनिक शोध में लगे हुए हैं। अमेरिका में अनुमानित 4 मिलियन भारतीय-अमेरिकी हैं, जिनमें से लगभग 2.5 मिलियन इस साल नवंबर के राष्ट्रपति चुनावों में संभावित मतदाता हैं। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में, ट्रंप अक्टूबर 2016 में न्यू जर्सी में भारतीय-अमेरिकियों के लिए एक अलग चुनावी रैली आयोजित करने वाले पहले उम्मीदवार थे। तब से उन्होंने खुद को व्हाइट हाउस में भारत और भारतीय-अमेरिकियों का सबसे अच्छा दोस्त बताया है।
भारत को वेंटिलेटर दान करेगा अमेरिकाइसके अलावा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए भारत को कई वेंटिलेटर दान करेगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत घातक कोरोना वायरस के लिए एक वैक्सीन बनाने में एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं, जिसने पिछले साल दिसंबर में चीन में उभरने के बाद से 307,666 लोगों के जान ले ली है और 4.5 मिलियन से अधिक लोगों को संक्रमित किया है। ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व है कि अमेरिका हमारे दोस्त भारत को वेंटिलेटर दान करेगा।' हालांकि, व्हाइट हाउस ने यह नहीं बताया कि कितने श्वास उपकरण भेजे जाएंगे।