जिसके खिलाफ थे ट्रंप, उसी नीति के तहत उनके सास ससुर को मिली अमेरिकी नागरिकता
वाशिंगटन (आईएएनएस)। डोनाल्ड ट्रंप के सास-ससुर को अमेरिकी नागरिकता मिल गई है। दरअसल, देश की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप के माता-पिता विक्टर और अमालिजा कनावस मूल रूप से स्लोवेनिया के रहने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मताबिक, दोनों ने गुरुवार को संघीय आव्रजन अदालत में नागरिकता की शपथ ली। उनके वकील ने इस बात की पुष्टि की। वकील ने बताया कि अभी तक दोनों मेलानिया द्वारा दिए गए ग्रीन कार्ड की बदौलत अमेरिका में रह रहे थे। खास बात ये है कि जिस निति के तहत सास-ससुर को अमेरिकी नागरिकता दी गई है, ट्रंप खुद कई बार उसकी आलोचना कर चुके हैं।
कार बेचते थे ट्रंप के ससुर
ट्रंप ने नीति को 'चेन माइग्रेशन' करार दिया है और उन्होंने कई बार यह कहा है कि इस नीति के तहत लोग अपने पूरे परिवार को देश में बसा लेते हैं। इससे आतंकी भी देश में आसानी से घुस सकते हैं। यह बहुत खतरनाक है, इसे जल्द खत्म किया जाना चाहिए।' बता दें कि अमेरिका में नागरिकता प्राप्त करने के लिए किसी के पास कम से कम पांच साल पुराना ग्रीन कार्ड होना जरूरी है। मेलानिया के माता-पिता के पास भी पांच साल पुराना ग्रीनकार्ड मौजूद था। हालांकि वह कब और कैसे बना, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के ससुर स्लोवेनिया के सेव्निका में पहले कार बेचा करते थे जबकि उनकी सास अमालिजा एक कपड़ा कारखाने में काम किया करती थीं।
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