रेप के लिए जिम्मेदार हैं लड़कियां!
2 साल की बच्ची का रेप
बंगलौर में एक प्राइवेट फर्म में काम करने वाले 29 साल के यूवक ने पड़ोस की दो साल की बच्ची का रेप किया क्योंकि वो उसका शरीर उसे आकर्षित कर रहा था और ये तो उसके मजदूर माता पिता की गलती थी कि उन्होंने उसे अक्सर बिना कपड़े पहने यहां वहां घूमने दिया। अब बिना कपड़ों की उस आकर्षक बच्ची का शरीर तो बलात्कार को निमंत्रण देगा ही उसमें रेपिस्ट की क्या गलती।
3 साल की बच्ची का रेप
बंगलौर के ही एक 27 साल के स्कूल एटेंड ने गर्व के साथ ये स्वीकार किया कि उसने स्कूल में आने वाली तीन साल की बच्ची का पास की अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में ले जा कर एक नहीं दो बार बलात्कार किया। उसने कहा उसने ऐसी उस लड़की के स्कूल यूनिफार्म में बेहद आकर्षक लगने से प्रवोक हो कर किया। अब बताइये फिर जब तीन साल की लड़की इतनी आकर्षक लगेगी तो रेप होना उसकी ही गलती है ना।
80 साल की मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला का रेप
पूर्वी दिल्ली की एक 80 साल की मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला का एक युवक ने बलात्कार किया जब वो अपने घर के बाहर सो रही थी। इस व्यक्ति को 50 हजार जुर्माना और आजीवन कारावास का दंड दिया गया है। ये दंड काफी है उस युवक के अपराध के लिए।
90 साल की नेत्रहीन महिला का रेप
मुंबई में एक 90 साल की महिला का बलात्कार हुआ और रेपिस्ट था उस महिला के पोते का दोस्त, पर उसकी इसमें कोई गलती नहीं थी उसका वालेट चोरी हो गया और उसका दिमाग ठीक नहीं था। ऊपर से उसको शक था की पर्स उसके दोस्त की दादी ने ही चुराया था। तो अब ऐसी महिला को दंड मिलना चाहिए ना, तो बस उसका रेप करने का फैसला किया और उस महिला के विरोध के बावजूद वो उस पर हावी हो गया।
100 साल की महिला भी है रेप के लिए आकर्षित करने की मुजरिम
हिंदुस्तान क्या विश्व में कहीं भी महिला इस अपराध से मुक्त नहीं है और ना ही बुजुर्ग महिलाओं के साथ रेप की लिस्ट यहां खत्म होती है। केंसास की 100 साल की महिला के साथ ताला तोड़ कर घर में घुसने वाले चोर ने रेप किया। फिल्हाल काउंटी कोर्ट ने उसे 250 हजार पॉण्ड का जुर्माना भरने जेल की सजा सुनायी है।
है ना महिला रेप की जिम्मेदार
तो अब भी आप यही मानते हैं ना कि महिलायें खुद हैं रेप की जिम्मेदार और पुरुष की इसमें कोई गलती नहीं क्योंकि वो तो प्रवोक किए जाने पर ऐसा करता है। या अब आप अपने आसपास और परिवार के मर्दों को सिखायेंगे कि रेप ना करें, बजाय इसके कि महिलाओं को ये बतायें कि रेप मत हो। अगर कोई महिला शॉर्टस या बटन ओपन शर्ट में घूमते मर्द को देख कर उसे रेप करने के लिए प्रवोक नहीं होती, तो इसलिए कि वो अपनी लिमिट्स जानती है। तो क्या मर्दो के साथ भी ऐसा नहीं होना चाहिए कि वो अपनी लिमिट्स पहचाने।