रूट को क्यों कहनी पड़ी थी 'गे' की बात, सस्पेंडेड गेंदबाज गैबरियल ने अब बताया पूरा सच
कानपुर। हाल ही में खत्म हुई इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में काफी विवाद हुआ था। सेंट लूसिया में खेले गए इस टेस्ट में विंडीज गेंदबाज शेनन गैबरियल और जो रूट के मैदान में तीखी नोंकझोंक खूब चर्चा में रही। इस लड़ाई में गैबरियल को दोषी पाया गया और आईसीसी ने उन्हें चार मैच के लिए सस्पेंड कर दिया। गैबरियल ने अब माफी मांगते हुए उस पूरी घटना की कहानी बताई है। दरअसल ये मामला तक सामने आया जब मैच के अफिशल ब्राॅडकास्टर ने जो रूट को यह बोलते हुए सुना कि, 'इसे बेइज्जती के रूप में मत लो। गे होने में कुछ गलत नहीं है।' रूट ने ऐसा क्यों कहा था, इसको लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे। मैच के बाद रूट से जब पूछा गया तो उन्होंने साफ कह दिया था कि मैदान की बात मैदान में रहें तो बेहतर है।
BREAKING: Windies bowler Shannon Gabriel has been suspended for the first four #WIvENG ODIs after being found guilty of breaching the ICC Code of Conduct.https://t.co/nfh31jlPbL
— ICC (@ICC)
क्या तुम्हें लड़के पसंद हैं
इंग्लिश कप्तान रूट भले ही इस मामले पर चुप्पी साध गए। मगर अब गैबरियल ने रूट से माफी मांगते हुए पूरी कहानी दुनिया को बताई। विंडीज गेंदबाज ने अपने माफीनामे में लिखा, 'मुझे लगता है मैं अपने फैंस और वेस्टइंडीज क्रिकेट को सपोर्ट करने वाले लोगों को सबकुछ सच बताऊं कि आखिर उस दिन हुआ क्या था। रूट के साथ मेरी बहस इसलिए हुई क्योंकि मैदान पर काफी तनावपूर्ण माहौल था। रूट मैदान पर लगातार मुझे घूरे जा रहे थे, हालांकि यह लगभग सभी बल्लेबाजों की रणनीति होती है। जब बात हद से बढ़ गई तब मैंने खुद को शांत करने के लिए रूट पर कमेंट किया। मैंने उनसे कहा-'तुम मुझे देखकर हंस क्यों रहे हो?क्या तुम्हें लड़के पसंद हैं?तब रूट ने जवाब दिया, 'गे होने में कोई बुराई नहीं'।
चार मैचों के लिए लगा बैन
आईसीसी ने गैबरियल को चार वनडे मैचों से बाहर कर दिया। गैबरियल को आर्टिकल 2.13 के तहत लेवल टू का दोषी पाया गया है। इसके तहत मैदान पर किसी खिलाड़ी या अंपायर पर पर्सनल कमेंट करने पर खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है।
मैदान पर पर्सनल बात करने पर इस खिलाड़ी को ICC ने चार मैच के लिए बाहर निकाल दिया
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