भारतीय क्रिकेट टीम की कप्‍तानी करने के लिए क्‍या उम्र होनी चाहिए। यह तय कर पाना शायद मुश्‍किल हो। लेकिन आंकड़ों को खंगाला जाए तो एक औसत उम्र निकल कर आती है। जोकि टेस्‍ट वनडे और टी-20 सभी के लिए अलग-अलग होती है।


1. कुल कितने कप्तान हुए :भारत ने पहला टेस्ट साल 1932 में खेला था और टीम अब तक 512 टेस्ट खेल चुकी है। भारत की तरफ से टेस्ट में कुल 33 कप्तान मैदान में उतरे हैं। वहीं एकदिवसीय मैचों की बात की जाए, तो भारतीय टीम 908 वनडे खेल चुकी है जिसमें 23 कप्तानों ने टीम की अगुवाई की। अब बात टी-20 की करें तो भारत की तरफ से सिर्फ पांच कप्तान इस फटाफट क्रिकेट में कप्तानी कर चुके हैं।3. सबसे ज्यादा उम्र में कप्तान :
भारतीय क्रिकेट में कुछ खिलाड़ ऐसे हैं, जो करियर के अंतिम पड़ाव में कप्तान की भूमिका में नजर आए। टेस्ट में सबसे ज्यादा उम्र में कप्तानी करने वाले हेमू अधिकारी हैं जिन्हें 39 साल की उम्र में कप्तानी सौंपी गई। वहीं एकदिवसीय मैचों की बात करें, तो सैयद किरमानी ने 34 साल की उम्र में भारतीय टीम की अगुवाई की। अब टी-20 क्रिकेट पर नजर डालें, तो वीरेंद्र सहवाग ने 28 साल की उम्र में कप्तानी की थी।5. कौन-कौन खिलाड़ी अब नहीं बन सकते कप्तान :


जब कप्तानी की औसत उम्र हमको पता चल गई। ऐसे में हम मौजूदा वनडे, टेस्ट और टी-20 टीमों में खेल रहे खिलाड़ियों की उम्र से तुलना करके यह मालूम कर सकते हैं कि कौन-कौन खिलाड़ी अब कप्तानी की दौड़ से बाहर हैं। वनडे में रोहित शर्मा (30), शिखर धवन (31), युवराज (35), धोनी (35), केदार जाधव (32), उमेश यादव (29), ये लोग वनडे की औसत कप्तानी उम्र 28 से ऊपर जा चुके हैं। वहीं टेस्ट में औसत उम्र 30 के हिसाब से मुरली विजय (33) और रिद्धिमान साहा (32) ही क्रास कर चुके हैं। यानी ये अब कप्तान नहीं बन सकते। अब आत अगर फटाफट क्रिकेट यानी टी-20 की करें, तो इसमें कप्तान बनने की औसत उम्र 26 साल है। ऐसे में इस लिस्ट से सुरेश रैना (30), धोनी (35), युवराज (35), अमित मिश्रा (34), आशीष नेहरा (38) बाहर हैं।खिलाड़ियों का चयन पिछले वनडे, टी-20 और टेस्ट स्कवॉयड के अनुसार किया गया है। Cricket News inextlive from Cricket News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari