अमरीका में सबसे अमीर एक फ़ीसदी लोगों और बाकी के 99 फीसदी लोगों के बीच की खाई और चौड़ी हो गई है साल 2012 की टैक्स जानकारी के विश्लेषण से ये पता चला है.

टैक्स भरने के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि अमरीका के सबसे धनी एक फीसदी लोगों का 19.3 फीसदी आय पर कब्जा था, जिसने आय में असंतुलन के साल 1927 के आंकड़ों को तोड़ दिया है.
अमरीका में करीब तीन दशक से अमीरों और ग़रीबों की आय का अंतर बढ़ता जा रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक एक फीसदी सबसे अमीर परिवारों की टैक्स से पहले आय में 19.6 फीसदी बढ़ोतरी हुई है जबकि बाकी के 99 फीसदी लोगों की आय सिर्फ़ एक फीसदी बढ़ी.
इतना ही नहीं पिछले साल अमरीकियों की करीब आधी कमाई पर सबसे अमीर 10 फ़ीसदी लोगों का कब्ज़ा था.
बर्कले के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्री एमानुएल साएज़ ने कहा कि जनवरी में कैपिटल गेन टैक्स से बचने के लिए अमीर लोगों का शेयर बेचना आय में बढ़ोतरी की एक वजह हो सकता है.
एमानुएल साएज़ उन अर्थशास्त्रियों में शामिल हैं जि़न्होंने टैक्स आंकड़ों का विश्लेषण किया.

क विश्लेषण में साएज़ ने लिखा है कि हाल ही में आय असंतुलन घटाने के लिए किए गए नीतिगत बदलाव "ग्रेट डिप्रेशन यानी पहली आर्थिक मंदी के बाद उठाए गए कदमों की तुलना में नाकाफ़ी हैं."
बदलाव की संभावना कम
साएज़ ने कहा, ''इसलिए ऐसा नहीं लगता कि आने वाले सालों में अमरीका में आय के बंटवारे में कोई बदलाव होगा.''
इस विश्लेषण के लिए आय में मजदूरी, निजी पेंशन, लाभांश और स्टॉक व अन्य संपत्तियों की बिक्री से हासिल पूंजी आय यानी कैपिटल गेन को शामिल किया गया लेकिन सामाजिक सुरक्षा के नाम पर मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते या सरकार की ओर से मिलने वाली पेंशन को शामिल नहीं किया गया.
अध्ययन के मुताबिक साल 2007-09 की गिरावट के दौरान सबसे अमीर लोगों की आय पर सबसे प्रतिकूल असर पड़ा था.
"ऐसा नहीं लगता कि आने वाले सालों में अमरीकी आय के बंटवारे में कोई बदलाव होगा"
-एमानुएल साएज़, अर्थशास्त्री
इस अवधि में उनकी आय में 36 फीसदी की, जबकि बाकी अमरीकियों की आय में 11.6 फीसदी की गिरावट आई थी.
लेकिन पिछले तीन सालों से कुल आय के 95 फीसदी हिस्से पर एक फीसदी अमीर लोगों का कब्ज़ा रहा है.
पिछले साल अमरीका के सबसे अमीर एक फ़ीसदी परिवारों की आय 3 लाख 94,000 डॉलर थी, जबकि सबसे अमीर 10 फीसदी परिवारों की आय 1 लाख 14,000 डॉलर से ज़्यादा थी.

Posted By: Satyendra Kumar Singh