सचिन तेंदुलकर: कुछ खास है कुछ बात हैसचिन तेंदुलकर यूं ही लोग क्रिकेट का भगवान नहीं कहते. 100 सेंचुरी लगाने का कारनामा करने वाले वह दुनिया के अकेले क्रिकेटर हैं. अपना जन्मदिन मना रहे सचिन जिनके लिए खुद डॉन ब्रैडमैन कह चुके हों कि वह उनकी तरह खेलता है उसके लिए कोई भी तारीफ कम पडेगी.

बचपन में जॉन मैकनेरो की तरह टेनिस स्टा र बनने की हसरत पालने वाले सचिन देखते ही देखते मास्टार ब्लाकस्टरर बन गए. सोलह बरस की उम्र में पाकिस्तातन के खिलाफ पहला टेस्ट〚 मैच खेलने वाले सचिन रिकार्डों के बादशाह हैं. आइए नजर डालते हैं उनकी बचपन की यादों पर जब वह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टांर या गॉड ऑफ क्रिकेट नहीं सिर्फ सचिन थे.


'ऐसे में जब कोलावरी फेम और सुपर स्टाधर रजनीकांत के दामाद धनुष ने सचिन एंथम बनाया तो किसी को आश्चवर्य नहीं हुआ. वह खुद को सचिन का फैन मानते हैं और उनकी बल्ले〒बाजी के प्रशंसक हैं. इस एंथम को धनुष ने सिर्फ गाया ही नहीं बल्कि उसके बोल लिखने से लेकर म्यूंजिक तक खुद कंपोज किया है.

एक समय जब ऐसा लगने लगा था कि सचिन का इंडिया के लिए वर्ल्डड कप जीतने का सपना अधूरा ही रह जाएगा. मुंबइकर्स ने 2011 में वर्ल्डल कप फाइनल के ठीक पहले एक वीडियो उन्हें डेडिकेट किया मुंबई सिंग्सल फॉर सचिन. बैकग्राउंड में लताजी का गाया तू जहां जहां चलेगा बज रहा है और मुंबई मानो भरोसा दिला रही है कि वर्ल्ड् कप इंडिया ही जीतेगा.

Posted By: Garima Shukla