Dhanteras 2020 Astrology Prediction: धनतेरस पर तुला राशि के जातकों के लिए चांदी के बर्तन, मेष राशि के लिए इलेक्ट्रानिक सामान खरीदना शुभ
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Dhanteras 2020 Astrology Prediction: धनतेरस पर खरीदारी का विशेष महत्व है, इस दिन राशि अनुसार वस्तुएं खरीदना शुभ होता है। तुला, मेष, मकर, मीन राशि के जातक अगर चांदी के बर्तन खरीदे तो यह शुभ माना जाता है। वहीं मिथुन, वृश्चिक व धनु राशि वाले अगर सोना घर लाते हैं तो साल भर उनके घर पर धन का अभाव नहीं रहेगा। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक सामान अगर मेष, मीन और वृश्चिक खरीदे तो बेहतर होगा।
Dhanteras 2020 के दिन निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए- इस दिन जरूरत वाली वस्तुओं पर ही धन खर्च करना चाहिए।
- इस दिन किसी को भी धन उधार नही दें और न ही धन उधार लें।
- इस दिन दोपहर में धातु के बर्तन एवं सोने चांदी इत्यदि आभूषण क्रय करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इनके साथ ही घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
-धनत्रयोदशी पर सांयकाल दीपक प्रज्वलित करें तथा पूरे घर में प्रकाश करें।
Dhanteras 2020: धनतेरस पर अपनी राशि अनुसार करें खरीदारें, जानें किस राशि के व्यक्ति को क्या चाहिए खरीदना
Dhanteras 2020 पर यह न खरीदें
लोहा, चमड़े से बना हुआ सामान, तामसिक सामान, आदि।
-इस दिन यह कार्य न करें:-
अपने मित्र रिश्तेदारों को पटाखे, चमड़े का सामान, लोहे का सामान आदि गिफ्ट न करें।
स्कन्द पुराण के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रियोदशी के प्रदोष काल में यमराज के निमित्त दीप और नैवेध समर्पित करने पर अपमृत्यु अथवा अकाल मौत का नाश होता है। ऐसा स्वयं यमराज ने कहा है यमदीप दान केवल प्रदोष काल मुहुर्त सायं 5:33 बजे से सांय 06:45 बजे तक ही करें। यमदीप दान के लिए मिट्टी का एक बड़ा दीपक लेकर उसको स्वच्छ जल से धोने के बाद उसमें दो रूई की बत्तियां बनाकर (चौमुखा दीपक) उसे तिल के तेल से भर दें एवं उसमें कुछ काले तिल भी डाले प्रदोष काल में तैयार किए गए दीपक का रोली, अक्षत एवं पुष्प से पूजन करें तत्पश्चात् घर के मुख्य द्वार पर गेहू अथवा खील की ढेरी बनाकर उसके ऊपर दीपक रखकर निम्न मंत्र पढ़कर प्रार्थना करे।
Dhanteras 2020: जानें धनतेरस पर क्या खरीदना होता है जरूरी, नया सामान घर लाते वक्त जरूर करें ये काम मंत्र:-
मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन च मया सह। त्रयोदशां दीपदानात् सूर्यज: प्रीयतामित
उक्त मन्त्रोचारण के पश्चात् हाथ में पुष्प लेकर निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करते समय यमदेव को दक्षिण दिशा में नमस्कार करें।
ऊँ यमदेवाय नम:।नैवेधं निवेदयामि*। इसके उपरान्त हाथ मे थोड़ा सा जल लेकर आचमन के निमित्त मन्त्र बोलकर दीपक के पास छोड़ दें।
ऊँ यमदेवाय नम:। आचमनायैं जलं सर्मपयामि।
अब पुन: यमदवे को ऊँ यमदेवायं नम: कहते हुए दक्षिण दिशा में नमस्कार करें।
धनत्रयोदशी पर धन देवता कुबेर की साधना करने का प्रचलन है। सामान्यत: यह साधना रात्रि में की जाती है। इनकी पूजा के लिए चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर अक्षतों से अष्ट दल का निर्माण कर उसके ऊपर कुबेर जी की मूर्ति, चित्र स्थापित कर एक सुपारी पर मौली लपेटकर उन्हें गणेश के रूप में गणेशम्बिका आदि का विधिवत् पूजन करे, उसके बाद भी माँ लक्ष्मी जी एवं कुबेर जी के मंत्र का जाप करें।
Dhanteras 2020 Special: जानें धनतेरस पर पूजा और खरीददारी का शुभ मुहूर्त, दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे के बीच बर्तन और आभूषण खरीदना रहेगा शुभ माँ लक्ष्मी का मन्त्र:-
ऊँ श्रीं हीं श्री कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:। कुबेर जी का मन्त्र:-
ऊँ श्रीं ऊँ हृीं क्लीं श्री क्लीं वित्तेश्वराय नम:। ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा