'इंटरनेशनल एंटी ड्रग्‍स डे'के मौके पर राजधानी दिल्‍ली में हजारों लोगों ने आज वाकथान में भाग लिया. यह दौड़ पब्लिक के बीच दवाईयों के प्रति अवेयरनेस बढ़ाने के लिए आयोजित की गई. इसके जरिये आम जनता के बीच दवाईयों के दुरुपयोग को रोकने के लिए बढ़ावा दिया गया.


पहला मंत्र:हेल्दी लाईफ स्टाईलइस कैंपेन को आयोजित करने वाले आयोजक का मानना है कि हम इसके जरिये एक स्ट्रांग मैसेज दे सकते हैं. हेल्थ के प्रति सकारात्मक सोच बनाये रखने के लिए हमें एक हेल्दी लाईफ स्टाईल जीनी होगी. ये तभी हो सकता हे जब है अपने चारों तरफ ड्रग फ्री वातावरण बना सकें. इंडियन कोस्ट कार्ड के म्यूजिक बैंड ने भी इस वाकथान में हिस्सा लिया.

टीनएजर होते जल्दी प्रभावित इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य सभी लोगों तक ड्रग एब्यूज से होने वाले दुष्परिणामों को उजागर करना है. टीनएजर इसका बहुत जल्दी शिकार होते हैं. वे सभी एक्सपेरिमेंट करने के चक्कर में गलत आदतों के शिकार हो जाते हैं और फिर अपना स्वास्थय और भविष्य दोनों को बर्बाद कर लेते हैं.ड्रग बेचने वालों पर हो सख्ती
सीआरपीएफ की वेलफेयर डीआईजी नीतू भट्टाचार्य कहती हैं कि ड्रग बेचने वालों पर कड़े कानून होने चाहिए. उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लेना होगा ताकि वे युवाओं को इस खतरनाक लत का शिकार न बना पाएं. उन्होंने बताया कि सीआरएफ भी इस मुहिम भी हिस्सा बनी हुई है. हम देश के लिए जितना हो सकता है उतनी मदद करने के लिए तैयार हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh