दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए सरकार अब वर्क फ्रॉम होम का फार्मूला लगा रही है। इसके साथ ही पॉल्यूशन से निपटने के लिए सरकार अपनी मीटिंग में और भी कई जरूरी फैसले लेने वाली है। दिल्ली में इस समय पॉल्यूशन की स्थिति काफी सीरियस है।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क) | देश की राजधानी दिल्ली में पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने गवर्नमेंट ऑफिसेज में वर्क फ्रॉम होम का फॉर्मूला लगाने का डिसीजन लिया है। इस डिसीजन के मुताबिक गवर्नमेंट ऑफिसेज में 50 परसेंट कर्मचारी घर से काम करेंगे। इस डिसीजन के इंप्लीमेंटेशन के लिए सचिवालय में आज यानी बुधवार को ऑफिशियल्स की मीटिंग हो रही है। इस बात की जानकारी दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर दी। बता दें कि इससे पहले गोपाल राय ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस करके दिल्ली में ऑड ईवन ट्रैफिक रूल लगाने के भी संकेत दिए थे।

पॉल्यूशन को लेकर सख्त हुई सरकार
CAQM यानी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के मुताबिक सरकार के ग्रेप-4 के लागू हुए रूल्स के बाद PWD यानी लोक निर्माण विभाग ने शहर की सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर धूल पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए सभी इंजीनियर्स को डायरेक्शन्स दी हैं। धूल पर नजर रखने के लिए सभी डिवीजन के वर्किंग इंजीनियर्स को अपने वर्किंग प्लेस पर नजर रखना भी मेन्डेटरी है। सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर इस टाइम काम को बंद करने के लिए कहा गया है। सरकार ने सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर लगाई गई एंटी स्मागगन को भी चलाने के ऑर्डर दिए हैं ताकि धूल को कंट्रोल किया जा सके। इसके साथ ही इंजीनियर्स को दिल्ली ई-मॉनिटरिंग मोबाइल एप पर निरीक्षण की जानकारी भी अपलोड करनी होगी। सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर धूल औऱ पॉल्यूशन के लिए जिम्मेदार हर रीजन की जांच करनी होगी और इमीडियटली उसको कम करने के तरीके अपनाने होंगे। सरकार ने सभी कंस्ट्रक्शन साइट्स पर पार्टिकुलेट मैटर और पॉल्यूशन के लेवल पर नजर रखने के साथ-साथ सेंसर डेटा पर भी नजर रखने के ऑर्डर्स दिए हैं। इसको लेकर PWD के एक अधिकारी का कहना है कि अगर इंजीनियर निरीक्षण करने और सॉल्यूशन निकालने में फेल होते हैं तो उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा।

सड़कों पर चलाएं एंटी स्माग गन
पॉल्यूशन को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही को सीरियसली लिया जाएगा और दोषी पाए जाने वाले लोगों और के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा। सड़कों पर धूल से निपटने के लिए PWD के इंजीनियर्स काम करेंगे। इसके साथ ही उन्हें सड़कों पर डेली एंटी स्माग गन चलाने के साथ ही सड़कों के किनारे लगे पेड़ों और आसपास पानी का छिड़काव करने के ऑर्डर्स दिए गए हैं।

Posted By: Inextlive Desk