Delhi violence देश की राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 पहुंच गई है। हिंसा प्रभावित इलाकों में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है। हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के तहत दो विशेष जांच दल SIT का गठन हुए हैं।

कानपुर। Delhi violence देश की राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ समर्थकों व विरोधियों के बीच हिंसा के बाद माैतों का आकंड़ा नहीं थम रहा है। यहां मारे गए लोगों की संख्या 46 पहुंच गई हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक मारे गए 46 लोगों में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 38, लोकनायक अस्पताल में 3, जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में 1 और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 4 लोगों की मौत हुई। हिंसा प्रभावित इलाकों में अभी भी भारी पुलिस बल की तैनात है। वहीं इस भयानक हिंसा के बाद दिल्ली सरकार व पुलिस का दावा है कि लोगों की जिंदगी पटरी पर लाैट रही है।

Delhi: Death toll rises to 46 now; (38 at Guru Teg Bahadur Hospital, 3 at Lok Nayak Hospital, 1 at Jag Parvesh Chander Hospital & 4 at Dr. Ram Manohar Lohia Hospital) in North East Delhi violence. pic.twitter.com/XWvboAduLM

— ANI (@ANI) March 2, 2020तीन दिन तक हालात काफी बिगड़े रहे

बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में बीते 24 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर पूर्वी इलाके में दंगा हुआ था। रविवार शुरू हुई इस हिंसा में तीन दिन तक हालात काफी बिगड़े रहे। हिंसा में करीब 200 से अधिक लोग घायल भी हुए थे। सोमवार-मंगलवार को हुई हिंसा के दौरान भजनपुरा इलाके में पेट्रोल पंप के पास 100 से ज्यादा वाहन जला दिए गए थे। इस हादसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। दिल्ली पुलिस ने 254 एफआईआर दर्ज करने के साथ ही करीब 903 लोगों को हिरासत में लिया है।

Posted By: Shweta Mishra