महिलाएं भी उड़ाएंगी लड़ाकू विमान, रक्षा मंत्रालय ने दी हरी झंडी
लड़ाकू विमान में महिला पायलट
भारतीय सेना में महिलाओं की भूमिका को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। शनिवार को रक्षा मंत्रालय ने ऐतिहासिक निर्णय लिया। भारतीय वायु सेना में लड़ाकू विमान के पायलट के तौर पर महिलाओं की नियुक्ति को हरी झंडी मिल गई है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में एयर फोर्स एकेडमी में प्रशिक्षण ले रही पहले बैच की महिलाओं को इसके लिए चुना जाएगा। गौरतलब है कि 8 अक्टूबर को मनाए जाने वाले वायुसेना दिवस के मौक पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने इस संबंध में एलान किया था।
1300 महिला ऑफिसर
भारतीय वायुसेना में अभी तक कुल 1300 महिला ऑफिसर हैं। इनमें से ज्यादातर ग्रांउड ड्यूटी ऑफिसर हैं यानी जो जमीन में रहकर ही कामकाज देखती हैं। अभी तक देखा जाए तो महिला वायु सेना अधिकारी के क्षेत्र में प्रशासन, साजो-सम्मान, एकाउंट्स, मौसम, एयरोनॉटिकल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अलावा नेविगेशन और शिक्षा विभाग हैं। इंडियन एयरफोर्स में महिला पायलटों की कुल संख्या 110 है जो फिलहाल परिवहन विमान और हेलिकॉप्टर ही उड़ाती हैं।
लडा़कू दस्ते में नहीं किया भर्ती
बताते चलें कि भारतीय वायुसेना में महिलाओं को लड़ाकू दस्ते में भर्ती नहीं किया गया है। युद्ध के दौरान पकड़े जाने पर उनके प्रताड़ना और रेप का खतरा बना रहता है। वहीं 2010 में दिल्ली हाईकोर्ट ने यह कहते हुए थल और वायु सेना में महिलाओं के पूर्णकालिक सेवा को हरी झंडी दिखाई थी कि, सरकार की तरफ से महिला अफसर कुछ बेहतर अवसरों की योगयता रखती हैं।