The public execution of five men convicted of rape in Iran has led to a debate among Iranian with disagreement over whether such scenes act as a deterrent or increase the general level of violence in society.


ईरान के साउथ वेस्ट शहर यासोउज में रेप के 5 आरोपियों को एक पार्क में सरेआम फांसी दी गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक आरोपियों ने लड़की को उसके मंगेतर के पास से उठा लिया और उसके साथ रेप किया. सजा-ए-मौत पाने वाले सभी 30 वर्ष के हैं. ईराम में क्राइम को कंट्रोल करने के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं. यहां मादक पदार्थों की तस्करी, मर्डर, रेप और डकैती के आरोपियों को पत्थर मारकर मौत की सजा देने का प्रावधान है. इंडिया में भी उठी मांग


अब भारत की जनता यह सवाल उठा रही है कि इसलामिक देशों में महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए रेप जैसे रेप जैसे क्राइम के लिए सजा के तौर पर सरेआम मौत देनी चाहिए. लोगों ने सवाल किया है कि अगर ईरान में इस तरह के क्राइम के लिए फांसी हो सकती है तो हमारे देश में क्यों नहीं हो सकती है. दिल्ली में चलती बस में हुए गैंगरेप के खिलाफ लोगों ने प्रोटेस्ट किया था जिसमें आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की जा रही है. इंडिया में भी कड़े हो सकते हैं कानून

इंडिया की पब्िलक भी अब क्राइम अगेंस्ट वूमेन जैसे सेंसिटिव इश्यू पर एकजुट हो गई है. महिलाओं के खिलाफ हो रहे क्राइम पर कंट्रोल करने के लिए कड़े नियम बनाने की मांग की जा रही है. दिल्ली में हुए प्रोटेस्ट को देखकर सरकार इस ओर कड़ा कदम उठा सकती है. वैसे भारत में रेप के केसेज में अधिकतम सजा उम्र कैद है. कानून में मिनिमम पनिशमेंट का कोई प्रावधान नहीं है.

Posted By: Garima Shukla