साउथ अफ्रीका ने 5 साल में तीसरी बार तिब्‍बत के धार्मिक नेता दलाई लामा को वीजा देने से इंकार कर दिया है. हालांकि इस इंकार से साउथ अफ्रीका पर चीन के गहरे प्रभाव की अटकलें तेज हो गई हैं.

नोबेल शांति सम्मेलन में लेना था हिस्सा
आपको बता दें कि दलाई लामा नोबेल शांति सम्मेलन में भाग लेने के लिये साउथ अफ्रीका के केपटाउन जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें वीजा देने से स्पष्ट रूप से इंकार कर दिया गया. फिलहाल साउथ अफ्रीका के इंकार के बाद उन्होंने अपना वीजा आवेदन वापस ले लिया है. गौरतलब है कि वह भारत में निर्वासित जीवन गुजार रहे हैं और तिब्बत पर आधिपत्य को लेकर उनके चीन के साथ गहरे मतभेद बने हुये हैं.
साउथ अफ्रीका का टालमटोल
दलाई लामा के साउथ अफ्रीका के प्रतिनिधि ने बताया कि उन्हें अनौपचारिक रूप से इस बात की जानकारी दी गई कि दलाई लामा के वीजा आवेदन को निरस्त कर दिया गया है. साउथ अफ्रीका के विदेश मंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि नई दिल्ली स्थित उच्चायोग को दलाईलामा का वीजा के लिये आवेदन मिला है. हालांकि उनका कहना था कि वीजा देने से इंकार नहीं किया गया है और आवेदन पर सामान्य प्रक्रिया जारी है.

वीजा पर हो रही राजनीति

साउथ अफ्रीका के विदेश मंत्री का कहना है कि हमने दलाई लामा के वीजा देने के प्रोसेस को शुरू कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि लामा ने अपनी यात्रा रद्द करने का फैसला लिया है. हालांकि उन्होंने कोई ब्यौरा नहीं उपलब्ध करवाया. दो साल पहले साउथ अफ्रीका की एक अदालत ने कहा था कि अधिकारियों ने 2011 में अनुचित रूप से दलाई लामा को वीजा मंजूरी देने में देरी की. गौरतलब है कि चीन, साउथ अफ्रीका में बड़ा व्यापार साझेदार और निवेशक है और उसने नाराज होने के डर से वह लामा को वीजा देने में देरी करता रहता है. 

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari