Dainik Panchang 4 February 2022 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 4 फरवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 4 February 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 4 फरवरी तृतीया तिथि 07:11:13 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। आज के दिन क्या करें और क्या न करें


शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

04 फरवरी 2022 दिन-शुक्रवार का पंचांग


सूर्योदयः- प्रातः 06:32:00सूर्यास्तः- सायं 05:28:00विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शिशिर ऋतुमासः- माघ माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- तृतीया तिथि 07:11:13 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि

तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।नक्षत्रः- पूर्वा भाद्रपद 15:58:31 तक तदोपरान्त उत्तरा भाद्रपद नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- पूर्वा भाद्रपद के स्वामी गुरु जी हैं तथा उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि जी हैं।योगः- शिवा 18:13:29 तक तदोपरान्त सिद्धदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:29: 00 A.M से 09:51:00 A.M तकराहुकालः- आज का राहु काल 11:13:00 A.M से 12:35:00 P.M तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra