Aaj ka Panchang 23 February 2022 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। बुधवार 23 फरवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 February 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 23 फरवरी को सप्तमी तिथि 16:58:07 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना शुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 फरवरी 2022 दिन- बुधवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:19:00
सूर्यास्तः- सायं 05:41:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- सप्तमी तिथि 16:58:07 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।
नक्षत्रः- विशाखा नक्षत्र14बजकर41 मिनट तक तदोपरान्त अनुराधा नक्षत्र समस्त ।
नक्षत्र स्वामीः- विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि है।
योगः- व्याघात 08:00:07 तक तथा हर्षण
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 11:09:00A.M बजे से 12:34:00 PM बजे तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना शुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 12:34:00 PM बजे से 02:00:00 PM तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra