Dainik Panchang 2 February 2022 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। बुधवार 2 फरवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 2 February 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 2 फरवरी प्रतिपदा तिथि 20:33:21 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।आज के दिन क्या करें और क्या न करें


बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

02 फरवरी 2022 दिन- बुधवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:34:00सूर्यास्तः- सायं 05:26:00विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शिशिर ऋतुमासः- माघ माहपक्षः- शुक्ल पक्ष


तिथिः- प्रतिपदा तिथि 20:33:21 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथितिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।नक्षत्रः- घनिष्ठा 17:53:00 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा के स्वामी मंगल देव हैं तथा शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं।योगः- वरियन 23:57:35 तदोपरान्त परिघागुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 11:13:00 A. M से 12:35:00 P.M तकदिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 12:35:00 P.M से 01:56:00 P.M तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra