Dainik Panchang 17 December 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 17 दिसंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 17 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 17 दिसंबर, चतुर्दशी तिथि 31:25:44 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

17 दिसम्बर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:47:00
सूर्यास्तः- सायं 05:13:00
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- मार्गशीर्ष माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- चतुर्दशी तिथि 31:25:44 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।
नक्षत्रः- कृतिका नक्षत्र 10:40:15 तक तदोपरान्त रोहिणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तथा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं।
योगः- सिद्ध 08:11:47 तक तदोपरान्त साध्य
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:24:00 P.M से 09:42:00 P.M तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 10:59:00 से 12:16:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra