Dainik Panchang 12 November 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 12 नवंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 12 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 12 नवंबर को अष्टमी तिथि 10:40:07 तक तदोपरान्त नवमी तिथि है। अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तदोपरान्त नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करेंशुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।


12 नवंबर 2021 दिन - शुक्रवार का पंचांग सूर्योदयः- प्रातः 06:34:00सूर्यास्तः- सायं 05:26:00 विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमंत ऋतुमासः- कार्तिक माहपक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- अष्टमी तिथि 10:40:07 तक तदोपरान्त नवमी तिथि

तिथि स्वामीः- अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तदोपरान्त नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं। नक्षत्रः- घनिष्ठा 14:54:00 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा के स्वामी मंगल देव हैं तथा शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं।योगः- ध्रुव 27:15:10 तक तदोपरान्त व्याघातगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:01:00 से 09:23:00 तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहुकाल 10:44:00 से 12:05:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra