Daily Panchang in Hindi 10 July 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 10 जुलाई 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 10 July 2021 शनिवार 10 जुलाई को प्रतिपदा तिथि 06:36:20 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

10 जुलाई 2021 दिन- शनिवार का पंचांग अमावस्या एवं प्रतिपदासूर्योदयः- प्रातः 05:14:00सूर्यास्तः- सायं 06:46:00


विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- वर्षा ऋतुमासः- आषाढ़ माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- प्रतिपदा तिथि 06:36:20 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि

तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।नक्षत्रः- पुनर्वसु 25:11:00 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु के स्वामी गुरु देव हैं तथा पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।योगः- व्याघात 16:48:00 तदोपरान्त हर्षणगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:30:00 A.M से 07:14:00 A.M तकदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।राहुकालः- आज का राहु काल 04:53:00P.M से 06:28:00P.M तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra