Cyclone Asna: गुजरात में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ का कहर बरप रहा है। वडोदरा जैसे शहर जलमग्न हो गए हैं। यहां पिछले चार दिनों में करीब 30 लोगों की मौत की खबर है। इस बीच आईएमडी ने यहां साइक्लोन असना के आने की भविष्यवाणी की है। गुजरात में साइक्लोन की वजह से स्थिति और भी खराब हो सकती है।


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Cyclone Asna: गुजरात में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। वडोदरा जैसे शहर जलमग्न हो गए हैं। गुजरात में बाढ़ ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है और पिछले चार दिनों में करीब 30 लोगों की मौत की खबर है। वहीं अब गुजरात में साइक्लोन यानी कि चक्रवात की भविष्यवाणी के साथ स्थिति और भी खराब हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)ने साइक्लोन असना के आने की भविष्यवाणी की है। आईएमडी के मुताबिक सौराष्ट्र और कच्छ पर डीप डिप्रेशन पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और कच्छ और आसपास के पाकिस्तान तटों से पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर उभरने की संभावना है। इसके साथ इसके शुक्रवार को एक साइक्लोनी तूफान में तब्दील होने की संभावना है। गुजरात में आ रहे इस साइक्लोन को असना नाम दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर के ऊपर विकसित होने वाला साइक्लोन असना पहला साइक्लोन होगा।

अगस्त के महीने में कुल 28 ऐसे सिस्टम बने
आईएमडी के एक मौसम विज्ञानी ने कहा कि अगस्त के महीने में अरब सागर के ऊपर साइक्लोन का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि है। 1944 का साइक्लोन भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया था और बाद में समुद्र के बीच में कमजोर हो गया था। 1964 में, दक्षिण गुजरात तट के पास एक छोटा साइक्लोन विकसित हुआ और तट के पास कमजोर हो गया। इसी तरह, पिछले 132 वर्षों के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगस्त के महीने में कुल 28 ऐसे सिस्टम बने हैं। आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने कहा, मौजूदा तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से इसकी तीव्रता एक जैसी बनी हुई है। सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक बारिश हुईआईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, इस साल 1 जून से 29 अगस्त के बीच सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई, जबकि इसी अवधि के दौरान सामान्य वर्षा 430.6 मिमी होती है। इस अवधि में सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। आईएमडी ने कहा कि साइक्लोन असना के उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ने और रविवार तक पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन में बदलने की संभावना है।

Posted By: Shweta Mishra