एक गरीब पिता। वो पिता जिसने अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए अपनी पूरी मेहनत और ताकत झोंक दी। फैक्‍टरी में नौकरी की। साइकिल से दूर-दूर तक सफर किया। खुद फटे-पुराने कपड़े पहने लेकिन बेटे की हर जरूरत पूरी की। झोपड़ी में रहे और आखिर में कर्ज तक लेना पड़ा। इस पूरी जद्दोजहद के बाद वो अपने बेटे के सपने को पूरा कर पाए। अब जब बेटा सफलता के मुकाम पर पहुंच गया तो वो पूरा करना चाहता है अपना फर्ज। अब बेटा चाहता है कि उनके पिता सारी मेहनत को छोड़कर उसके दिए आलीशान घर में आराम से रहें। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कहानी आखिर है किस की। बता दें कि ये कहानी है जबरदस्‍त गेंदबाज नाथू सिंह की।


ये है पूरी कहानी मुंबई इंडियंस और रणजी में राजस्थान राजस्थान के लिए खेलने वाले तेज गेंदबाज नाथू सिंह को तो आप बखूबी जानते ही होंगे। ये पूरी कहानी है उन्हीं के सफलता के मुकाम तक पहुंचने की। इनके पिता भरत सिंह बताते हैं कि अब सफल क्रिकेटर बनने के बाद उनका बेटा कई बार उनसे फैक्टरी की मजदूरी छोड़ने को कह चुका है। अब यहां भरत सिंह थोड़ा सोच में पड़ जाते हैं। वह कहते हैं कि जिस नौकरी के दम पर उन्होंने अपने बेटे को इस मुकाम पर पहुंचाया है। भला अब उसको कैसे छोड़ दूं।     ऐसा है नाथू का स्वभाव
इसके आगे अपने बेटे के स्वभाव के बारे में वो बताते हैं कि नाथू शुरू से ही बेहद शांत स्वभाव का रहा है। वह अपने परिवार को भी बहुत प्यार करता है। इतना प्यार करता है कि परिवार के लिए वो कुछ भी कर सकता है। इसके साथ ही वो मेहनती भी बहुत हैं। उनका कहना है कि अगर उन्होंने उसके सपने को पूरा करने के लिए मेहनत की है, तो उसने खुद भी बहुत मेहनत की है।    पड़ोसियों को है नाज


वैसे नाथू की सफलता पर सिर्फ उसके पिता को ही नहीं, पड़ोसियों को भी बहुत नाज है। बता दें कि नाथू सिंह को IPL में मुंबई इंडियंस की ओर से तीन करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदा गया था। अभी तो वो फिलहाल चोट से जूझ रहे हैं और घर पर आराम कर रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इतने बड़े खिलाड़ी होने के बावजूद नाथू आज भी मोहल्ले के लड़कों के साथ खेलते हैं। इनके दोस्त बताते हैं कि उन्हें आज भी अपने दोस्तों के साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है।Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma