COVID-19 Effects: तिहाड़ करेगा 3,000 कैदियों को रिहा, जामा मस्जिद और यमुना एक्सप्रेसवे बंद, एम्स ने रोकी ओपीडी सर्विस
नई दिल्ली(एजेंसियां)। COVID-19 Effects कोरोना जैसी महामारी के चलते एशिया की सबसे सुरक्षित और बड़ी तिहाड़ जेल ने भी अपने यहां भीड़ को कम करने का फैसला लिया है। तिहाड़ जेल से करीब तीन हजार कैदी रिहा किए जाएंगे। कोरोना वायरस मामलों की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन ने सोमवार को कहा कि वह अगले तीन से चार दिनों में लगभग 3,000 कैदियों को रिहा करेगा। जेल प्रशासन ने कहा 1,500 दोषियों को पैरोल और अन्य 1,500 अंडरट्रायल कैदियों को अंतरिम जमानत देकर रिहा किया जाएगा।
दिल्ली एम्स ने अगले आदेश तक रोकी ओपीडी सर्विसकोरोना वायरस की वजह से राजधानी दिल्ली में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान या एम्स (AIIMS) ने अपनी ओपीडी पंजीकरण (बाहृय रोगी विभाग) सेवाओं को अस्थायी तौर पर अगले आदेश तक बंद कर दिया है। एम्स अधिकारियों के मुताबिकसभी केंद्रों और एम्स अस्पताल के स्पेशल क्लीनिक समेत नियमित ओपीडी के मरीजों का पंजीकरण 23 मार्च (सोमवार) से अगले आदेश तक अस्थायी तौर पर बंद रखने का फैसला किया गया है। यह फैसला कोविड-19 के खतरे को देखते हुए लिया गया है।
जामा मस्जिद 31 मार्च तक जनता के लिए बंद रहेगीजामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि जामा मस्जिद 31 मार्च तक जनता के लिए बंद रहेगी। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है कि कोरोना को नियंत्रित किया जाए क्योंकि कई लोग जो विदेश यात्रा करते हैं वे भी मस्जिद में नमाज अदा करने आते हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 2,000 लोग मस्जिद में हर रोज नमाज पढ़ने आते हैं, जबकि शुक्रवार को यह संख्या बढ़कर 10,000 हो जाती है। हमने लोगों से इस समय अपने घरों के अंदर नमाज अदा करने की अपील की है।
यमुना एक्सप्रेसवे बंद, केवल इमरजेंसी में मिलेगा रास्ताकोरोना वायरस के चलते नोएडा पुलिस ने सोमवार रात यमुना एक्सप्रेसवे को यात्रियों के लिए बंद कर दिया है। इस पर पुलिस द्वारा बेरिगेटिंग लगा दी गई है। इस दाैरान नोएडा पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे को लाॅकडाउन के तहत बंद कर दिया गया है। यह केवल इमरजेंसी सर्विस लिए खुला रहेगा। यात्रियों को इस पर जाने की अनुमति तभी मिलेगी जब उनके पास वैध कारण होगा।