झारखंड रिजल्ट : मधुकोड़ा समेत कई पूर्व मुख्यमंत्रियों का सूपड़ा साफ
मधुकोड़ा और मुंडा को लगा झटका
जय भारत समता पार्टी के उम्मीदवार मधुकोड़ा को इस बार हार का सामना करना पड़ा. मधुकोड़ा को मझगांव सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के निरल मूर्ति ने 7605 वोटों से हराया. गौरतलब है कि मधुकोड़ा कोयला घोटाले में आरोपी हैं. इसके अलावा बीजपी के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को खरवासा सीट से हार का मुंह देखना पड़ा. मुंडा को झारखंड मुक्ति मोर्चा के दशरथ गगराई ने 11401 वोटों से हराया.
बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका से चुनाव हार गए हैं, जबकि उन्होंने बरहेट सीट से सफलता हासिल की है. सोरेन पिछली बार दुमका सीट चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार वह इस सीट पर कब्जा बनाए रखने में नाकाम रहे. भाजपा की लुईस मरांडी ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया है. बरहेट झामुमो के कब्जे वाली सीट थे. सोरेन ने यहां भाजपा के हेमलाल मुर्मू को हराया. इस सीट पर 1980 से झामुमो का लगातार कब्जा चला आ रहा है. पहले झामुमो से हेमलाल मुर्मू चुनाव जितते थे. इस बार उन्होंने भाजपा से किस्मत आजमाया था. पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गिरिडीह और धनवार, दोनों सीट से हार गए हैं. गिरिडीह में तीसरे और धनवार में दूसरे स्थान पर रहे. गिरिडीह में भाजपा के निर्भय शाहाबादी और झामुमो के सुदिव्य कुमार के बीच मुख्य मुकाबला हुआ. यह सीट पहले झाविमो के कब्जे में थी, जिस पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है. गौरतलब है कि शाहाबादी पिछली बार झाविमो से जीते थे. इस बार भाजपा से चुनाव लड़े थे.
सुदेश कुमार महतो
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश कुमार महतो सिल्ली सीट पर हार गए हैं. झामुमो के अमित महतो ने उन्हें पराजित किया है. आजसू पार्टी को भाजपा का समर्थन प्राप्त था. इसके बाद भी महतो अपनी सीट नहीं बचा पाए. महतो सिल्ली से तीन बार लगातार MLA रहे हैं. पहली बार 2000 में यूजीडीपी से चुनाव जीते थे. 2005 और 09 में आजसू पार्टी से जीत हासिल हुई थी.