Coronavirus in World: कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 51 लाख पार, अब तक 19 लाख के करीब लोग हुए ठीक
पेरिस (रॉयटर्स)। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस से मरने वालों संख्या 332000 पार गई है। शुक्रवार की सुबह तक, दुनिया भर में इस बीमारी से कुल 332,328 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि दुनिया भर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 5,118,114 तक पहुंच गई है। इसके अलावा, इस खतरनाक बिमारी से दुनिया भर में 1,899,631 लोग उबर भी गए हैं। ब्राजील में कोरोना से 20,047 लोगों की मौत हुई है, यहां हताहत की दर तेजी से बढ़ रही है।
अमेरिका में न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावितफिलहाल, अमेरिका में सबसे अधिक 1,583,369 लोग इस वायरस के चपेट में हैं। वहीं, दुनिया में अमेरिका ऐसा पहला देश है, जहां इस वायरस से सबसे अधिक 94,656 मौतें हुईं हैं। इसके अलावा यहां 307,522 लोग इस बीमारी से ठीक हो गए हैं। न्यूयॉर्क शहर अमेरिका में सबसे अधिक प्रभावित कोरोना वायरस क्षेत्र है। अकेले न्यूयॉर्क में इस वायरस ने अब तक 23,080 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, यहां अब तक 3.56 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
यूरोप में हालात खराबइस वायरस से यूरोपियन देशों के हाल भी बेहद खराब हैं। पूरे यूरोप में 166,449 मौतें हुई हैं। इस महामारी की शुरुआत के बाद से फ्रांस में अब तक 28,215 मौतें दर्ज की गई हैं। इसके अलावा इस देश में 181,826 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। वहीं, स्पेन में मृतकों की कुल संख्या अब 27,940 हो गई है। यूरोपियन देश की बात करें तो स्पेन (250,891) और लंदन (250,908) में सबसे अधिक लोग संक्रमित हैं। वहीं, इटली में इस वायरस से 228,006 लोग संक्रमित और 32,486 मौतें हो चुकी हैं। वहीं, जर्मनी में भी तेजी से इस वायरस का प्रसार हो रहा है। अब तक वहां कोरोना के 176,976 मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा, यहां 8,187 लोगों की मौत हुई है। अगर ब्रिटेन की बात करें तो यहां कोरोना 36,042 लोगों की जान ले चुका है। बता दें कि यूरोप में कई जगहों पर लॉकडाउन में ढील गई है।
रूस में अमेरिका के बाद सबसे अधिक मामलेवहीं, दुनिया में सबसे अधिक संक्रमितों के मामले में अमेरिका के बाद रूस दूसरा देश बन गया है। यहां कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 317,554 हो गई है। अब तक कोरोना से देश में 3,099 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, सही संख्या अधिक मानी जा रही है क्योंकि सभी का परीक्षण नहीं किया गया है। पूरे रूस की बात करें तो मॉस्को में आधा से ज्यादा कोरोना के मामले हैं और यहां वायरस के कारण ही सभी लोगों को सांस से जुड़ी समस्या होने की संभावना है।