COVID-19 Impact : बुलंदशहर में कोरोना का टूटा कहर! 6000 मुर्गियों को जिंदा दफनाया
बुलंदशहर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक मुर्गी पालन केंद्र ने 6,000 मुर्गियों को जिंदा दफना दिया। एक सूत्र ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस के डर से चिकन की बिक्री काफी गिर गई है। यही वजह है कि मुर्गियों को जिंदा रखना या उन्हें पालना फायदे की बजाए नुकसान दे रहा है। मुबारकपुर गांव के ऊंचागांव इलाके में एक बड़ा सा गड्ढा खोद कर उसमें मुर्गियों को डाल कर दफना दिया गया। घटना की तस्वीरें और वीडियो खूब शेयर किए जा रहे हैं।
COVID-19 : खुलासा! लैब में नहीं खुद पनपा है कोरोना वायरस, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा चमगादड़ और पैंगोलिन में रहे वायरस से विकसितकुछ जिलों में 20 रुपये किलो बिक रहा चिकनयह घटना उत्तर प्रदेश सरकार के उस निर्देश के बाद सामने आई है जिसमें हैचरीज को कहा गया था कि वे मुर्गों को मारने में क्रूर तरीके का इस्तेमाल न करें। सूत्र ने बताया कि यह पाेल्ट्री फार्म पंजाब का है लेकिन बुलंदशहर जिले में चलाया जा रहा है। खुदरा बाजार में मुर्गी और मांस विक्रेता बिक्री में काफी कमी आने के कारण अपने धंधे को लेकर चिंतित हैं। कुछ जिलों में चिकन की कीमत घटकर 20 किलो तक आ गई है।
एक आधिकारिक अनुमान के मुताबिक 10 करोड़ किसान सीधे मुर्गी पालन, एनिमल हजबैंडरी और मछली पालन से जुड़े हैं। इनका जीडीपी में 1.2 लाख करोड़ रुपये का योगदान है। मछली पालन, एनिमल हजबैंडरी और डेयरी मंत्रालय ने अफवाहों को गलत बताते हुए मीट, मछली और अंडा खाने को पूरी तरह सुरक्षित बताया है।
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