कर्नाटक में लॉकडाउन के बीच राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों ने आज मंगलूरू में सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर मुफ्त विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था किए जाने जैसी गलत सूचना वायरल होने के बाद ये लोग इकट्ठा हुए थे। पुलिस ने काफी मश्क्कत के बाद भीड़ को शांत कराया।

मंगलूरू (पीटीआई)। कोरोना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच इस समय प्रवासी मजदूरों के अपने गृह राज्य वापस लाैटने का सिलसिला जारी है। इस बीच उत्तरी राज्यों से संबंधित सैकड़ों प्रवासी कामगारों ने शुक्रवार को मंगलूरू में सेंट्रल रेलवे स्टेशन के सामने धरना दिया और मांग की कि उनके लिए घर कस्बों में लौटने की व्यवस्था की जाए। सूत्रों ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों की भीड़ सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट के वायरल होने के बाद एकत्र हुई। पोस्ट में श्रमिकों के लिए मुफ्त विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था किए जाने का जिक्र हुआ है। सुरथकल नानथूर कुलूर और डेरेबेल से 700 से अधिक कार्यकर्ता पैदल चलकर स्टेशन पहुंचे।

कड़ी मशक्कत करते हुए भीड़ पर नियंत्रण पाया गया

इस दाैरान भीड़ में से कुछ लोगों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिसमें लिखा था कि हम घर जाना चाहते हैं। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सैकड़ों कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन के सामने एकत्र हुए थे। इस दाैरान रेलवे सुरक्षा बल के जवानों और पुलिस ने कड़ी मशक्कत करते हुए भीड़ पर नियंत्रण पाया। मौके पर पहुंची दक्षिण कन्नड़ सहायक आयुक्त मदन मोहन ने प्रवासी श्रमिकों कोशांत करने की कोशिश की, उन्हें बताया कि ट्रेन तक उनके लिए सारी व्यवस्था की जाएगी। उन्हें परेशान होने की जरूरत नही है। वहीं शहर के पुलिस आयुक्त पी एस हर्ष ने भी उन्हें आश्वासन दिया तीन दिन के भीतर उनके घर वापस आने की व्यवस्था की जाएगी।

Posted By: Shweta Mishra