ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सोमवार को वापस अपने काम पर लौट आए हैं। अब उनके पास देश को वायरस के संकट से निकालने की बड़ी चुनौती है।

लंदन (रॉयटर्स)ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन वापस अपने काम पर लौट आए हैं। 55 वर्षीय जॉनसन कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के लगभग एक महीने बाद अपने ऑफिस में लौटे हैं। बता दें कि कोरोना ने बोरिस के जीवन को खतरे में डाल दिया था। उनका इनबॉक्स अब पूरी तरह से भरा हुआ है। इस वक्त उनकी सरकार, पार्टी और वैज्ञानिक सलाहकार इस बात से चिंतित हैं कि दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को कैसे पटरी पर लाया जाए और सीमित रूप में लोगों को कब से काम पर वापस लौटने के लिए कहा जाए। एक जूनियर स्वास्थ्य मंत्री एडवर्ड अरगर ने कहा, 'वह काम तेजी करना शुरू कर देंगे। वह वापस लौटने के लिए काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। वह पूरी ऊर्जा के साथ काम पर लौट रहे हैं।'

लॉकडाउन हटाने का यह सही समय नहीं

जॉनसन सोमवार को सरकार की दैनिक कोविड-19 आपातकालीन प्रतिक्रिया बैठक की अध्यक्षता करने वाले थे लेकिन अरगर ने कहा कि लॉकडाउन को हटाने के लिए यह सही समय नहीं है। जॉनसन के डिप्टी फॉरेन सेक्रेटरी डॉमिनिक रैब ने कहा कि कुछ समय के लिए सोशल डिस्टेंसिंग रह सकती है। वहीं, काम पर वापस लौटने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन का पालन करने के लिए ब्रिटेन के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा, 'मुझे पता है कि यह वायरस हर दिनदेश भर के घरों में नई उदासी और शोक लाता है और सच है कि यह युद्ध के बाद इस देश की सबसे बड़ी एकल चुनौती है।' बता दें कि जॉनसन को 12 अप्रैल को छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद उन्होंने खुद को 2 हफ्तों तक क्वॉरंटीन कर लिया था। इंटेसिव केयर यूनिट में तीन रातें बिताने वाले जॉनसन ने अस्पताल छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री निवास में कड़ी निगाहबीनी में एक सप्ताह बिताया।

Posted By: Mukul Kumar