वेनेज़ुएला के राजनीतिक संकट को कवर करने के लिए वहां भेजे गए समाचार नेटवर्क सीएनएन के पत्रकारों के वर्क परमिट को रद्द कर दिया गया है.


वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस माडुरो ने सीएनएन को यह चेतावनी दी थी कि अगर हाल में सरकारी विरोधी जुलूस के कवरेज को लेकर कोई 'सुधार' नहीं दिखाता तो उसके पत्रकारों को देश में काम करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी.सरकार के मुताबिक इस महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में अब तक आठ लोग मारे जा चुके हैं.विपक्ष के नेता लियोपोल्डो लोपेज ने यह विरोध प्रदर्शन आयोजित कराया था. उन्हें मंगलवार को राजधानी काराकस में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था.सरकार ने उन पर आरोप लगाया है कि वो दक्षिणपंथी पक्ष की तख़्तापलट की साजिश के तहत हिंसा भड़का रहे हैं.माडुरो ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान अमरीका के राष्ट्रपति  बराक ओबामा से बातचीत करने को कहा.


उन्होंने कहा, "मैं अपील करता हूं कि अमरीका इस चुनौती को स्वीकार करे, हम एक उच्चस्तरीय वार्ता शुरू करेंगे और सच्चाई को सामने रखा जाएगा. "इस महीने की शुरुआत में पत्रकार प्रिंटिंग पेपर की कमी की शिकायत को लेकर सड़क पर उतरेएक बयान में सीएनएन नेटवर्क ने कहा कि उनकी अधिकारियों के साथ बातचीत हो रही है.

उन्होंने अपने बयान में कहा, "हम यह उम्मीद करते हैं कि सरकार अपने फ़ैसले पर दोबारा विचार करे. इस बीच हम निष्पक्ष, सटीक और संतुलित तरीके से वेनेज़ुएला में हो रही घटनाओं को कवर करेंगे."दिवंगत राष्ट्रपति  ह्यूगो चावेज़ के क़रीबी सहयोगी समझे जाने वाले माडुरो पिछले साल अप्रैल में बेहद कम वोटों के अंतर से राष्ट्रपति चुने गए थे.चुनाव के बाद से वेनेजुएला में राजनीतिक मतभेद गहराया है और देश की अर्थव्यवस्था भी मंदी के दौर से गुज़र रही है.पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव में हारने वाले हेनरिक कैपरिल्स और अन्य विपक्षी नेताओं ने शनिवार को लोगों से सड़क पर आने और "हिंसा के ख़िलाफ़" जुलूस निकालने के लिए कहा है.

Posted By: Subhesh Sharma